सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा आरंभ
इस बार गुप्त नवरात्र का आरंभ सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा। गुरुवार के दिन पुनर्वसु नक्षत्र होने से सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 5.50 बजे से अपर रात्रि तक रहेगा। कहा जाता है कि सर्वार्थ सिद्धि योग में साधना का आरंभ, कार्य की सिद्धि तथा मनोवांछित फल की प्राप्ति देता है। इस दृष्टि से 9 दिन पर्यंत विधिवत साधना अनुकूल फल प्रदान करेगी।
गुप्त नवरात्रि में तिथियों का गणित अनुकूल रहेगा
सामान्यत: तिथियों की गड़बड़ होने से नवरात्रि 8 या 9 दिन की होती है, हालांकि गुप्त नवरात्रि में तिथियां लगभग समान रूप से पूर्ण होती हैं। इस बार भी तिथियों की गणना पूर्ण है अर्थात किसी भी तिथि का क्षय नहीं है। इस दृष्टि से भी यह नवरात्रि अनुकूल फल प्रदान करने वाली मानी गई है।
भड्डाली नवमी पर रवि योग
अबूझ मुहूर्त की श्रेणी में आने वाला भड्डाली नवमी का संयोग विशेष इसलिए भी है, क्योंकि इस दिन रवियोग भी रहेगा। यह सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों के लिए अनुकूल बताया गया है।