उज्जैन

सर्वार्थ सिद्धि योग में आरंभ होगी गुप्त नवरात्रि

9 दिनों तक भक्त करेंगे माता की आराधना, भड्डाली नवमी पर रवि योग

उज्जैनJun 26, 2022 / 09:48 pm

Lalit Saxena

9 दिनों तक भक्त करेंगे माता की आराधना

उज्जैन. पंचांग की गणना के अनुसार आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 30 जून को गुप्त नवरात्र के रूप में आ रही है। 30 जून से लेकर 8 जुलाई तक गुप्त नवरात्रि का अनुक्रम रहेगा। इन नौ दिनों में साधक गुप्त रूप से माता की आराधना में लीन रहेंगे। सर्वार्थ सिद्धि का योग भी बन रहा है। साथ ही भड्ला नवमी पर रवि योग रहेगा।
ज्यातिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला के अनुसार 30 जून गुरुवार को पुनर्वसु नक्षत्र, ध्रुव योग, बवकरण व मिथुन राशि के चंद्रमा की साक्षी में गुप्त नवरात्र शुरू हो रही है। इस बार नवरात्र पर्व 9 दिन के होंगे। इन नौ दिनों में अलग-अलग प्रकार के योग-संयोग भी बनेंगे।

सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा आरंभ
इस बार गुप्त नवरात्र का आरंभ सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा। गुरुवार के दिन पुनर्वसु नक्षत्र होने से सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 5.50 बजे से अपर रात्रि तक रहेगा। कहा जाता है कि सर्वार्थ सिद्धि योग में साधना का आरंभ, कार्य की सिद्धि तथा मनोवांछित फल की प्राप्ति देता है। इस दृष्टि से 9 दिन पर्यंत विधिवत साधना अनुकूल फल प्रदान करेगी।

गुप्त नवरात्रि में तिथियों का गणित अनुकूल रहेगा
सामान्यत: तिथियों की गड़बड़ होने से नवरात्रि 8 या 9 दिन की होती है, हालांकि गुप्त नवरात्रि में तिथियां लगभग समान रूप से पूर्ण होती हैं। इस बार भी तिथियों की गणना पूर्ण है अर्थात किसी भी तिथि का क्षय नहीं है। इस दृष्टि से भी यह नवरात्रि अनुकूल फल प्रदान करने वाली मानी गई है।

भड्डाली नवमी पर रवि योग
अबूझ मुहूर्त की श्रेणी में आने वाला भड्डाली नवमी का संयोग विशेष इसलिए भी है, क्योंकि इस दिन रवियोग भी रहेगा। यह सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों के लिए अनुकूल बताया गया है।

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