पत्नी और बच्चों की डिमांड से दुखी होकर नौ लोगों ने कर ली आत्महत्या
उज्जैनPublished: Feb 20, 2020 05:20:24 pm
पारिवारिक विवाद और तनाव के कारण 20 दिन में 9 लोगों ने कर ली आत्महत्या
पारिवारिक विवाद और तनाव के कारण 20 दिन में 9 लोगों ने कर ली आत्महत्या
उज्जैन। शहर में आत्महत्या की घटना में एकाएक इजाफा हुआ है। 31 जनवरी से 19 फरवरी के बीच 20 दिन में 9 लोगों ने आत्महत्या कर ली है। वहीं दो लोगों ने आत्महत्या की कोशिश की लेकिन वह बच गए। आत्महत्या के पीछे पारिवारिक विवाद, मानसिक तनाव और पति-पत्नी के बीच विवाद होना सामने आया है।
मनोचिकित्सक विनीत अग्रवाल का कहना है कि खासकर युवाओं में हार्मोन्स के चेंज होने से मानसिक मनोदशा बदलती है। जो युवाओं में आत्महत्या का मूल कारण है। इसके अलावा पति पत्नी के बीच विवाद या परिवार के अन्य सदस्यों के बीच विवाद भी मूल कारण हो सकते हैं। आज कल अक्सर लोग परिवार की डिमांड पूरी करने के चलते भी तनाव में रहते हैं। इसके शुरुआती लक्षणों में व्यक्ति को बैचेनी, एकाकी पन, भूख नहीं लगना जैसे लक्षण परिवार के सदस्यों को पहचान कर एक्सपर्ट से सलाह लेना चाहिए। योग और दिन भर मनोरंजक प्रोग्राम देखे व गाने सुने।
यह मामले
31 जनवरी को राजीव गांधी नगर निवासी नवविवाहिता निकिता पति राहुल भाटी ने 1 साल के बेटे के साथ केरोसिन डालकर आत्महत्या कर ली। पड़ोसियों के अनुसार दोनों के बीच अक्सर विवाद होते रहते थे।
7 फरवरी को भेरवगढ़ के गांव तुमड़ावदा निवासी निर्भयसिंह (55) ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। भतीजे अनोखीलाल के अनुसार कर्ज के चलते निर्भयसिंह परेशान थे। इसी तनाव के चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली।
10 फरवरी को बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले रेलवे कर्मचारी आनंद झा ने महाकाल थाना क्षेत्र की अभिनंदन होटल में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में चिटफंड कंपनी ने 7.5 लाख हड़पना कारण बताया। इसी से वह अवसाद में थे।
11 फरवरी आकासौदा निवासी दशरथ पिता अंबाराम ने होटल शांति पैलेस के पीछे ब्रिज से कूदकर आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि युवक के अन्य महिला से संबंध थे। इसी कारण वह परेशान था।
12 फरवरी को भाटपचलाना के मिंडका की रहने वाली सीमा कुंवर (20) पति रणजीत राजपूत ने साड़ी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने पति के बयान लेकर जांच शुरू की है। आत्महत्या का कारण पति पत्नी के बीच होना विवाद बताया जा रहा है।
14 फरवरी को पटेल नगर की रहने वाली रानी उर्फ भाग्यश्री पति धीरज सोनी (31) ने रसोईघर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। भाग्यश्री के दो बच्चों हैं। आत्महत्या के पीछे पारिवारिक और पति-पत्नी के बीच विवाद सामने आया।
17 फरवरी को फ्रीगंज ब्रिज के नीचे कोडिया बस्ती की रहने वाली 9वीं कक्षा की छात्रा मोना पिता रामेश्वर (14) ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मोना शादी करने की माता-पिता से जिद कर रही थी।
18 फरवरी को फाजलपुरा निवासी आशा पति सोनू सांखला दो बच्चों को बिलखता छोड़कर फंदे पर लटक गई। पति फंदे से उतारकर अस्पताल लेकर पहुंचा। पुलिस जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि पति पत्नी के बीच आए दिन विवाद के चलते आशा ने यह कदम उठाया है।
18 फरवरी को गौंसा दरवाजा निवासी मेहमूद पिता हमीद 35 ने पत्नी नफीसा से विवाद किया और बेटी सहित उसे घर से बाहर निकाल दिया। बाद में दरवाजा लगा फंदे पर झूल गया। आत्महत्या की वजह पति पत्नी के बीच विवाद होना बताया जा रहा है।