scriptये कैसा मतदान केंद्र : न पानी न बिजली, छत से टपक रहा प्लास्टर… | No water and electricity system at polling booth | Patrika News

ये कैसा मतदान केंद्र : न पानी न बिजली, छत से टपक रहा प्लास्टर…

locationउज्जैनPublished: May 08, 2019 09:59:25 pm

Submitted by:

Lalit Saxena

एक ओर निर्वाचन आयोग अधिक से अधिक मतदान करने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा है वहीं मतदान केंद्रों की व्यवस्था व सुविधाओं को लेकर निर्वाचन से जुड़े अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।

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उज्जैन. एक ओर निर्वाचन आयोग अधिक से अधिक मतदान करने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा है वहीं मतदान केंद्रों की व्यवस्था व सुविधाओं को लेकर निर्वाचन से जुड़े अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। शहर में दो मतदान केंद्र ऐसे सामने आए हैं, जहां मतदाताओं के साथ मतदान कर्मियों के लिए मूलभूत सुविधाएं भी ठीक से नहीं जुटाई जा सकी है। इनमें से एक मतदान केंद्र पर बिजली-पानी नहीं है तो छत भी जर्जर होकर प्लॉस्टर गिर रहे हैं। वहीं शौचालय तक नहीं बन पाए हैं। एक अन्य मतदान केंद्र पर हालत और भी अजीब है। यहां एक हाल में ही केंद्र बनाया गया है, जो दो तरफ से खुला पड़ा है। ऐसे में मतदान कर्मी यहां पहुंचेंगे तो खुले में रहना पड़ेगा। पत्रिका ने दोनों ही मतदान केंद्रों पर पहुंचकर वास्तविकता जानी…।

सिंधी कॉलोनी- मीटर नहीं, नल कनेक्शन कटा तो छत से गिर रहा प्लास्टर

निर्वाचन विभाग ने सिंधी कॉलोनी एक निजी भवन में मतदान केंद्र क्रमांक १४१ व १४२ बनाया है। इस भवन में पहले स्कूल चलता था, लेकिन अब खाली पड़ा हुआ है। चुनावी तैयारियों के चलते यहां साफ-सफाई के साथ रंग रोगन कर निर्वाचन संबंधी जानकारी भी अंकित कर दी है। मतदान केंद्र की हालत ठीक नहीं है। यहां बिजली कनेक्शन नहीं है, मीटर ही गायब है। कमरों में अंधेरा होकर तार खुले पड़े हैं। कुछ कमरों में छत की दीवार जर्जर हो रही है और प्लास्टर भी गिर रहा है। एक कमरे में गिरे प्लास्टर का मलबा पड़ा हुआ है। वहीं स्कूल में शौचालय की हालत दयनीय है। लिहाजा यहां निगम की ओर से प्लॉस्टिक के शौचालय रखवाए गए हैं, लेकिन इन्हें अभी ठीक से जोड़ा नहीं गया है। वहीं नल कनेक्शन भी नहीं है, इससे पानी भी उपलब्ध नहीं है। ऐसे में यहां व्यवस्था ठीक नहीं की गई तो मतदान कर्मियों के साथ मतदाताओं को परेशान होना पड़ेगा। जर्जर छत के चलते हादसे की भी आशंका है।

तीन बत्ती चौराहा : एक हॉल में दो बूथ, दोनों तरफ से खुला

तीन बत्ती चौराहे के पास एक निजी मांगलिक गार्डन में बने एक हॉल में मतदान केंद्र क्रमांक 128 व 129 बनाया गया है। जिस जगह केंद्र बनाया है वह एक तरफ से पूरी तरह खुला हुआ है। दूसरी ओर शटर से बंद किया हुआ है। वहीं हाल में आने-जाने का एक ही मार्ग है। इसकी चौड़ाई भी महज तीन फीट है। हॉल में ही लेट-बॉथ बने हुए हंै। दरअसल यह जगह एक दुकान की है, जिसमें मतदान केंद्र बना दिया गया है। 1100 वर्ग फीट के इस हॉल में मतदान के दिन बीच में कनात बांधकर दो केंद्र में तब्दील कर दिया जाता है। आसपास के लोग बता रहे हैं कि मतदान के दिन दोनों केंद्रों पर मत डालने वाले एक ही रास्ते से जाते हैं और केंद्र को लेकर कंफ्यूज भी होते हैं। वहीं इस केंद्र पर रात में मतदान कर्मी पहुंचेंगे तो उन्हें भी परेशानी आएगी। क्योंकि कर्मचारी को खुले में ही सोना पड़ेगा। यदि महिला कर्मचारी हुई तो ज्यादा परेशानी आएगी।

सभी मतदान केंद्रों की मांगी भौतिक सत्यापन रिपोर्ट

चुनावी तैयारियों को लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय ने जिले के सभी मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करवाया है। क्षेत्रवार टीम गठित कर करीब एक सप्ताह से मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। इनमें से अधिकांश की रिपोर्ट भी प्रस्तुत हो गई है। रिपोर्ट में जिन मतदान केंद्रों में किसी प्रकार की कमी बताई गई है, संंबंधित विभाग को उसे 15 मई तक दूर करने का कहा जाएगा।

इनका कहना
सभी मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करवाया जा रहा है। अधिकांश जगह से रिपोर्ट आ गई है। जहां कोई कमी बताई गई है उन्हें 15 मई तक दूर कर दिया जाएगा।

– ऋषव गुप्ता, अपर कलेक्टर व नोडल अधिकारी, लोकसभा चुनाव

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