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बारिश से शाजापुर-आगर जिले में अब ऐसी परेशानी

locationउज्जैनPublished: Aug 15, 2019 12:24:35 am

Submitted by:

rajesh jarwal

बारिश से शाजापुर-आगर जिले में अब ऐसी परेशानी नेवज व जमधड़ नदी में जलस्तर बढ़ा, कुछ मार्ग भी अवरूद्घ होने लगे, टिल्लर, कंठाल और लखुंदर में भी बारिश का पानी बढ़ा

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बारिश से शाजापुर-आगर जिले में अब ऐसी परेशानी
नेवज व जमधड़ नदी में जलस्तर बढ़ा, कुछ मार्ग भी अवरूद्घ होने लगे, टिल्लर, कंठाल और लखुंदर में भी बारिश का पानी बढ़ा

नेवज व जमधड़ नदी में जलस्तर बढ़ा, कुछ मार्ग भी अवरूद्घ होने लगे

शुजालपुर. क्षेत्र में बुधवार को बारिश का दौर फिर से शुरू हो गया। सुबह से शुरू हुई बारिश रूक-रूक कर दिनभर होती रही। इस बारिश के कारण नदी नाले उफान पर आ गए। साथ ही निचली बस्तियों में भी पानी जमा हो गया। नगर के कई शैक्षणिक संस्थाओं के मैदानों में पानी भरा गया, जिससे स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में परेशानी निर्मित होगी। तहसील शुजालपुर में बुधवार सुबह तक 710 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि गत वर्ष इस अवधि तक 515 एमएम ही बारिश हुई थी। लगातार हो रही बारिश के कारण नेवज व जमधड़ नदी उफान पर आ गई। जमधड़ का जलस्तर बढऩे से कुछ मार्ग भी अवरूद्घ होने लगे। लगातार बारिश के कारण मार्गों पर भी आवागमन में परेशानी निर्मित हो रही है।
नानूखेड़ी डैम ओवरफ्लो
कानड़. बुधवार क्षेत्र की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना टिल्लर डैम में पर्याप्त पानी संग्रहित हो गया। 2 दिनों से लगातार हो रही तेज वर्षा व कैचमेंट एरिया में जोरदार बरसात से चिल्लर डैम व आसपास के छोटे-छोटे तालाब पूर्णता भर चुके हैं। टिल्लर डैम में बुधवार सुबह डैम का वेस्ट वेयर पर पानी आ गया। डैम की क्षमता 7.50 मीटर (25 फीट) है। इसमें पूर्णत: पानी संग्रहित हो चुका है। नानूखेड़ी डैम भी भर चुका है।
पुल पर आया पानी- कानड़ शाजापुर मार्ग पर ग्राम गाजरिया के यहां नदी की पुलिया पर पानी आ गया, जिससे शाजापुर जाने वाला मार्ग बंद हो गया। कुछ लोगों ने जान जोखिम में डाल वाहन निकाले।
बड़ौद: तालाब बनीं सड़कें
बड़ौद. क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर वहीं नगर की सड़कों पर पानी भर गया है। आलोट से आगर व्हाया बड़ौद स्टेट हाइवे पर सुभाष चौराहा से पेट्रोल पंप तक बारिश के पानी की निकासी नहीं होने के कारण सड़क तालाब जैसे दिखने लग गई है। वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। घरों में भी पानी घुस गया है। हर साल बारिश में यही स्थिति बनती है। जवाबदारों को अवगत कराने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। इस संबंध में जब कलेक्टर संजय कुमार से चर्चा हुई तो उनका कहना था कि इस बारे में आपसे जानकारी मिली है। नगर परिषद व तहसीलदार से अवगत करवाकर हल करेंगे।
टिल्लर ओवरफ्लो, जिले में अच्छी बारिश
आगर-मालवा. करीब १० हजार हेक्टेयर के विशाल क्षेत्र को सिंचित करने वाले जल संसाधन विभाग का टिल्लर डैम बुधवार को ओवरफ्लो हो गया। डैम लबालब होने से किसानों के चेहरे पर मुस्कान छाई हुई है। किसानों का कहना है कि यह फसल तो सुधरी ही साथ ही हमारी गेहूं चने की फसल भी सुधर जाएगी। टिल्लर डैम से इस बार जमकर सिंचाई होगी। करीब ३ वर्षों बाद टिल्लर डैम ओवरफ्लो हुआ है। मंगलवार रात से हो रही बारिश से एक बार फिर पूरा अंचल तरबतर हो चुका है। बुधवार को कई मार्गों पर नदी-नाले उफान पर होने से आवागमन बाधित रहा। हाइवे पर तनोडिय़ा नाला पुर रहने से दोपहर में करीब १ घंटे तक आवागमन बाधित रहा।
बीते 24 घंटों में 83.6 मिमी बारिश- बुधवार सुबह 8 बजे तक बीते 24 घंटे में 83.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई जिसमें बड़ौद में सबसे अधिक 116 मिमी एवं आगर में सबसे कम 68 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त सुसनेर में 74.8 मिमी तथा नलखेड़ा में 75.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले में १ जून से अब तक कुल 778 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। आगर में 86 9 मिमी, बड़ौद 892.2 मिमी, सुसनेर में 651.8 मिमी तथा नलखेड़ा में 699.1 मिमी वर्षा हुई है। विगत वर्ष इस अवधि में मात्र 58 7.2 मिमी वर्षा ही दर्ज की गई थी। जिले की औसत वर्षा 899.9 मिमी है।
सुसनेर में 5 इंच बारिश
सुसनेर. मंगलवार रात और बुधवार को दिनभर हुई झमाझम बारिश ने नदी नाले उफान पर ला दिए। बारिश का आंकड़ा 28 इंच तक पहुंच गया। 24 घंटे में 5 इंच से अधिक बारिश हुई। बुधवार को खेडापति हनुमान मंदिर के समीप कंठाल नदी पर बनी पुलिया पर पानी होने के बाद भी लोग जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे थे। कंठाल नदी पर बनी पुलिया पर पानी आने से 25 ग्रामों का संपर्क टूट जाता है।
बांध में पानी बढ़ा : कुडालिया बांध, कीटखेडी बांध, खनोठा बांध, कलारिया बांध सहित आदि बांधो में भी जलस्तर बढा है।
बारिश का पानी भरने से आगामी समय में रबी की फसल को लेकर भी किसानों की उम्मीदें जगने लगी हैं।
मानसून की शुरुआत में कमजोर बारिश के चलते इस बार संकट के बादल मंडराने लगे थे लेकिन दो दिन की बारिश ने उम्मीदें जगा दी हैं मूसलाधार बारिश के चलते नगर के कई निचले हिस्सों में बसे लोगों के घरों में पानी घुस गया। बारिश के चलते बुधवार को राखी के त्योहार के लिए खरीदी करने के लिए बाजार में आए ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पडा।

कटा जाता है कई ग्रामों का रास्ता
कंठाल नदी पर बनी पुलिया पर पानी आ जाने के साथ ही लगभग 25 से अधिक ग्रामों का संपर्क टूट जाता है, जिसके चलते ग्रामीण अगर सुसनेर आ जाते हैं तो अपने ग्राम लौटने की चिंता सताती है। साथ ही नगर में बारिश होती है तो इन ग्रामों के ग्रामीण नगर में नही पहुच पाते हैं। मंगलवार रात एवं बुधवार की शाम को ग्रामीणों को अपने ग्राम पहुंचने में समस्याओं का सामना करना पडा।

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