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अब इसको सुधारने की घड़ी आई, नहीं सुलझा यह मामला

locationउज्जैनPublished: Sep 22, 2019 11:50:44 pm

Submitted by:

rishi jaiswal

मामला सिंहस्थ में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई सड़कों को निगम को हस्तांतरित करने का

अब इसको सुधारने की घड़ी आई, नहीं सुलझा यह मामला

मामला सिंहस्थ में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई सड़कों को निगम को हस्तांतरित करने का

उज्जैन. बारिश में खराब हुई सड़कों का सुधार २० सितंबर से शुरू होना था, लेकिन ये घड़ी आने तक भी उलझन में पड़ी सड़कों का हस्तांतरण नहीं हो सका। सिंहस्थ में लोक निर्माण विभाग द्वारा बनवाई गई इन सड़कों के नगर निगम के सुपुर्द नहीं होने से निगम इनके रखरखाव से हाथ ऊंचे कर चुका है। कई दिनों से जारी इस उलझन पर आला प्रशासनिक अधिकारियों ने भी खास रुचि नहीं। यहीं कारण है कि हस्तांतरण को दोनों विभागों में अब भी समन्वय नहीं बन पाया। एेसे में सवाल यही है कि जब इस प्रक्रिया में ही इतना विलंब हो रहा है तो फिर सड़कों के सुधार में और कितना समय लगेगा। दोनों विभाग अपने तर्क दे रहे हैं।
शहर के कई एेसे आंतरिक मार्ग हैं, जिनको सिंहस्थ २०१६ में पीडब्ल्यूडी ने बनवाया था। इनकी ३ व ५ साल की परफॉर्मेंस गारंटी भी थी। अब जब ये खराब होने लगी तो नगर निगम ने यह कहकर रखरखाव से इनकार कर दिया कि इन्हें लोनिवि ने बनवाया है, वही अपने ठेकेदार से दुरुस्त कराएं। इधर पीडब्ल्यूडी का तर्क है कि सड़क पहले से ही निगम की है, उनके पास काम की अधिकता होने पर मेला दौरान सड़कें हमने बनवा दी। अब वे ही इसकी देखरेख करें। दोनों विभागों के बीच की इस उलझन में सड़कों का कोई रखवाला तय नहीं हो पा रहा। जबकि मुख्य सचिव ने संभागीय बैठक में निर्देश दिए थे कि २० सितंबर से सभी खराब सड़कों का रखरखाव कार्य शुरू कराया जाए।
मुख्य आंतरिक मार्ग आगर रोड खस्ताहाल
शहर का मुख्य आंतरिक मार्ग आगर रोड भी इसी पैंच में खस्ताहाल है। दरअसल इस मार्ग को हरिफाटक से कोयला फाटक तक नगर निगम ने बनवाया था। इस मार्ग का कुछ भाग लोनिवि ने बनवाया है। हस्तांतरण के पैंच में आगर रोड का भी पूरी तरह से रखरखाव नहीं हो पा रहा। इसी तरह के शहर के अन्य प्रमुख मार्ग व कुछ बाहरी मार्गों पर भी रखरखाव को लेकर उलझन बरकरार है।
चूरी से परेशान राहगीर
गड्ढों के कारण वाहन चलाना ही मुश्किल हो रहा है।
सड़क पर गिट्टी फैल गई है, जिसके कारण फिसलन रहती है।
चूरी पर वाहन चलने से इस मार्ग पर धूल के गुबार उड़ते हैं।
निगम ने भी सड़कों का ठीक से रखरखाव शुरू नहीं कराया।

दो दिन में शुरू होगा सड़कों का नवीनीकरण
बारिश के कारण जिले सहित प्रदेशभर में सड़कों की खराब स्थिति को लेकर सरकार का जल्द एक्शन मोड में आने का दावा है। रविवार को शहर आए पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने बताया, बारिश में डामर चिपकने में समस्या आती है। बारिश थमते ही एक-दो दिन बाद से युद्ध स्तर पर प्रदेशभर में सड़कों का नवीनीकरण, मरम्मतीकरण शुरू किया जाएगा। इसके लिए पूरा अमला तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मेरा दुर्भाग्य है कि सड़क मतलब लोक निर्माण विभाग, मेरा चेहरा दिखने लगता है जबकि मप्र में कई नेशनल हाइवे हैं जिनकी दुदर्शा लोग शिकार हो रहे हैं, इनके लिए हमे जिम्मेदार बनाया ठहराया जा रहा है। नेशनल हाइवे केंद्र सरकार की जवाबदेही लेकिन वो रुपए देने की कोशिश नहीं कर रहे, बल्कि मेरे बजट में कटौती कर दी है।
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