पीटीएस से छह लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौटे। इस दौरान 32 वर्षीय फरज़ाना ने बताया कि वे और उनकी डेढ़ वर्षीय बच्ची इज़मा कोरोना पॉजीटिव होने के कारण 26 अप्रैल से पीटीएस में थे। अब पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर जाने पर वे और बेटी बेहद खुश हैं। फरज़ाना ने तालियां बजाकर सभी मेडिकल स्टाफ और स्वास्थ्यकर्मियों का शुक्रियाअदा किया और उनकी डेढ़ वर्षीय मासूम बच्ची ने भी सभी डॉक्टरों को हाथ हिलाकर अभिवादन किया। फरज़ाना ने कहा कि यदि आप सर्दी, जुकाम व बुखार से पीडि़त हैं तो इसमें घबराने की कोई जरूरत नहीं है। तुरन्त डॉक्टर के पास जाएं और उनसे परामर्श लें। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम दिन-रात एक करके कोरोना पॉजीटिव मरीजों की देखभाल बिलकुल परिवार के सदस्य जैसे कर रही है। यकीनन आप पूरी तरह ठीक होकर जल्दी ही अपनों के बीच वापस जाएंग। डॉ. महेन्द्रसिंह यादव और अपर कलेक्टर अत्येंद्रसिंह गुर्जर ने ठीक होकर जा रहे लोगों को प्रमाण-पत्र दिए। पीटीएस से घर लौटने वालों में फरज़ाना और इज़मा के अलावा 30 वर्षीय रजिया, 8 वर्षीय यासीन, 23 वर्षीय आकाश, 55 वर्षीय सकीला शामिल थे। बता दें कि जिले में बुधवार शाम तक कुल 142 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं। जिले में आज की स्थिति में 82 भर्ती मरीजों का उपचार जारी है। इधर कोरोना से हो रही मृत्यू दर में भी कमी आई है।
कोरोना से मृत कलेक्टोरेटकर्मी जोशी की पत्नी स्वस्थ हुई
कलेक्टर कार्यालय में कार्यरत सहायक ग्रेड-2 धर्मेंद्र जोशी की कुछ दिन पूर्व कोरोनावायरस संक्रमण से मृत्यु हो गई थी। उनकी 47 वर्षीय पत्नी ऋचा जोशी भी कोरोनावायरस से संक्रमित पाई गई थीं। जिला प्रशासन द्वारा धर्मेंद्र जोशी को कोरोना योद्धा योजना में शामिल करते हुए उनकी पत्नी को नियमानुसार 50 लाख की बीमा राशि स्वीकृत की गई । बीमारी और दुख के बीच भी ऋचा ने हिम्मत नहीं हारी और कोरोना से लड़ाई लड़ी। बुधवार को वे पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर इंदौर से मोती बाग के अपने घर लौट आई हैं ।