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एक मिनट वॉक बढ़ा देती है दो मिनट की जिंदगी

locationउज्जैनPublished: Dec 29, 2019 09:43:03 pm

Submitted by:

Shailesh Vyas

फिट रहने के लिए शारीरिक श्रम आवश्यक हैं। वॉकिंग को अपनी आदत में शुमार कर लें। इससे ब्लड में कॉलेस्ट्रोल कम होने के साथ हृदय रोग का खतरा भी कम होता है। शारीरिक मेटाबोलिज्म की गति तीव्र होती है, जिससे वजन कम हो जाता है।औसतन हर एक मिनट की वॉक आपकी जिंदगी को डेढ़ से दो मिनट लंबा करती है।

One minute walk increases the life of two minutes

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उज्जैन.आपको हमेशा फिट रहना है,अपने चेहरे की चमक भी बरकरार रखना है तो प्रतिदिन वॉकिंग को अपनी आदत में शुमार कर लें। इससे ब्लड में कॉलेस्ट्रोल कम होने के साथ हृदय रोग का खतरा भी कम होता है। जोड़ भी मजबूत होते हैं और शारीरिक मेटाबोलिज्म की गति तीव्र होती है, जिससे वजन कम हो जाता है। यही नहीं यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। औसतन हर एक मिनट की वॉक आपकी जिंदगी को डेढ़ से दो मिनट लंबा करती है। एक घंटे की वॉकिंग आपके शरीर से 350 कैलोरी बर्न करती है। एक घंटे की पॉवर वाकिंग आपके मेटाबोलिज्म के हिसाब से 500 कैलोरी तक बर्न करती है। मशीनीयुग में शारीरिक मेहनत लगातार कम होती जा रही है। इसमें शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए वॉकिंग बहुत आवश्यक होती जा रही है। यही वजह है कि बीते कुछ समय से सुबह के समय सैर करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। उज्जैन शहर की बात करें तो करीब ५-६ एेसे स्थान बन गए हैं, जहां बड़ी संख्या में लोग सुबह-शाम वॉकिंग के लिए जाते हैं। वैसे सुबह के समय वॉक करने वालों की संख्या अशिक हैं। इंजीनियरिंग कॉलेज रोड, देवास रोड, कोठी मार्ग, अंकपात-मंगलनाथ रोड और बडऩगर रोड पर सुबह तो वॉकिंग करने वालों का मेला रहता है।
सूर्योदय के समय वॉकिंग लाभदायक
वॉक करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, लेकिन मॉर्निंग वॉक के असल फायदे आपको तभी मिलते हैं जब आप सही समय पर और सही तरीके से वॉक करते हैं। अगर आप सुबह 4 या 5 बजे उठकर मॉर्निंग वॉक करते हैं तो आपको इसका फायदा उन लोगों की अपेक्षा कम मिलता है, जो सुबह सूरज निकलते समय मॉर्निंग वॉक करते हैं। सुबह वॉक पर जाते समय अगर आपको हल्की-हल्की धूप का आनंद भी मिलता है, तो यह सेहत के लिहाज से अधि‍क लाभदायक है। सुबह सूरज निकलते समय या उसके कुछ देर बाद तक सुबह की सैर करते हैं, तो आपको भरपूर मात्रा में विटामिन-डी मिलता है जबकि अंधेरे में या सूरज निकलने के पहले सैर करने पर आप विटामिन-डी से वंचित रह जाते हैं। भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन ग्रहण करना, सुबह की सैर का एक महत्वपूर्ण कारण होता है। अगर अंधेरे में वॉक करने जाते हैं, तो उस समय आपको ऑक्सीजन का फायदा नहीं मिल पाता, क्यों उस वक्त पेड़-पौधे कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं। शरीर का तापमान सामान्य रखने के लिए शरीर को अतिरिक्त पानी चाहिए। अत: सैर पर जाने से पहले और बाद एक गिलास पानी अवश्य पिएं। हृदय रोग, रक्तचाप या कोई अन्य गंभीर समस्या वाले रोगी मॉर्निंग वॉक प्रारंभ करने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
-डॉ.विनोद बैरागी, पूर्व चिकित्सा अधिकारी, आयुष
तनाव दूर होता है
टहलने से न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक क्षमता भी बढ़ जाती है एवं तनाव दूर होता है। मॉर्निंग वॉक के लिए शांत वातावरण और चारों तरफ प्राकृतिक सौंदर्य वाला (बाग-बगीचा ) या खुला स्थान चुनें। मॉर्निंग वॉक के कारण दिनभर स्फूर्ति मिलती है। मानसिक तनाव के शि‍कार लोगों के लिए तो हल्की धूप में सैर करना आपके लिए बेहद जरूरी है। इससे आपको सैर करने के फाायदे भी मिलेंगे और हल्की धूप आपको तनाव से भी बचाती है। आप डाइबिटीज को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए सबसे बेहतर तरीका है कि नियमित सुबह की सैर करें।
-योगेंद्र नागर, नियमित भ्रमणकर्ता
इन बातों का ध्यान रखें
– वॉक के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक हैं। वॉकिंग के समय पहने जाने वाले आपके जूते ज्यादा टाइट नहीं होने चाहिए। यह इतने ढीले हों कि आसानी से पैर के अंगूठे को घुमाया जा सके। जूते का अगला हिस्सा मजबूत होना चाहिए, क्योंकि यह आपके पैर को आगे से लगने वाले झटकों या चोट से बचाता है। जूतों के तलवे भी अच्छे हों, ताकि स्लिप न हों।
-वॉक से पहले वॉर्मअप जरूर करें। इससे मसल्स में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। साथ ही यह मसल्स इंज्युरी के खतरे को कम करता है। वॉक धीरे-धीरे शुरू करें।
– अच्छी सेहत के लिए आधे घंटे की वॉक काफी है।
– प्रात: भ्रमण के बाद संतुलित आहार की पर ध्यान दें।
यह भी करें
प्रतिदिन कम से कम 3 किलोमीटर और सप्ताह में 5 दिन अवश्य वॉक करें। किन्हीं कारणों से संभव नहीं होतो ऑफिस या घर में जितनी बार हो सकें सीढि़यों से ही आएं-जाएं। जितनी सिटिंग उतनी वॉकिंग पर ध्यान दें। मोबाइल फोन पर बैठकर बात करने की बजाएं टहलते हुए बात करें।

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