यह बात मंगलवार को पत्रिका की ओर से उज्जैन उत्तर विधानसभा के लिए आयोजित चेंजमेकर की स्क्रीनिंग कमेटी के बैठक के जूरी सदस्यों ने कही। सदस्यों ने चेंजमेकर अभियान के तहत आए आवेदनों की एक-एक कर स्क्रूटनी की और उन पर विचार-विर्मश किया।
जूरी सदस्य अरविंदसिंह चंदेल का कहना था
चेंजमेकर में हमें चाहिए कि जो समाजसेवा में पांच वर्ष से अधिक जुड़े हो उन्हें समाज के नेतृत्व की जिम्मेदारी सोंपी जानी चाहिए। यह देखना चाहिए कि आवेदन करने वाले की प्राथमिकता क्या है, ऐसा नहीं हो जो दो-तीन महिने पहले समाज सेवा में आए और अपनी उम्मीदवारी बताए। जूरी सदस्य बलवींदरसिंह नील का कहना था चेंजमेकर के माध्यम से उन लोगों को आगे लाना चाहिए जो शिक्षित हो, जिनकी छवि समाज में अच्छे व्यक्ति की हो और जो सकारात्म रखते हो। उम्मीदवारों का अपना क्षेत्र में अच्छी पकड़ भी होना चाहिए। जूरी सदस्य अंजू सुराना ने कहा कि यह अच्छी बात है कि चेंजमेकर में महिलाओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। जिन लोगों ने चेंजमेकर के लिए आवेदन दिए है उनके बेक ग्राउंड को भी देखना चाहिए। समाज में उनकी छवि कैसी है और जनता उन्हें किस रुप में जानती है। जूरी सदस्य अंबालाल माहेश्वरी ने कहा कि उत्तर विधानसभा घनी आबादी वाला इलाका है, यहां जो भी उम्मी्दवार हो वह क्षेत्र की समस्या से अच्छे वाकिफ हो।
स्क्रीनिंग कमेटी बैठक में संपादकीय प्रभारी गोपाल स्वरूप वाजपेयी ने सदस्यों को चेंजमेकर अभियान के प्रति मिले लोगों के रिस्पांस की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि जनता भी राजनीति में अब बदलाव चाहती है और अपेक्षा है कि साफ छवि, जनता के बीच और उनको समझने वाला व्यक्ति नेतृत्व करें।
इन विधानसभा में हो चुकी स्क्रीनिंग बैठक-
चेंजमेकर अभियान के तहत उज्जैन जिले में अभी तक उज्जैन दक्षिण, उज्जैन उत्तर, बडऩगर व तराना विधानसभा में स्क्रीनिंग कमेटी बैठक हो चुकी है।