पर्जन्य से होती है पानी की पुकार...मंत्रों की गूंज सुन उमड़ आते हैं मेघ
उज्जैनPublished: May 27, 2023 02:42:16 am
महाकाल मंदिर में आद्र्रा और मृगशिरा नक्षत्र में 22 जून को हो सकता है पर्जन्य अनुष्ठान, सतत जलधारा से भगवान महाकाल का अभिषेक करेंगे


पर्जन्य से होती है पानी की पुकार...मंत्रों की गूंज सुन उमड़ आते हैं मेघ
उज्जैन. राजाधिराज भगवान महाकाल के दरबार में हर वर्ष उत्तम वर्षा की कामना को लेकर पर्जन्य अनुष्ठान किया जाता है। इस वर्ष भी यह अनुष्ठान 22 जून को हो सकता है। देश-प्रदेश, नगर सभी जगह अच्छी बारिश होने के उद्देश्य से आद्र्रा और मृगशिरा नक्षत्र में यह अनुष्ठान किया जाता है। मंदिर के पुजारी-पंडितों द्वारा नंदी हॉल में शृंगी ऋषि की प्रतिमा रखकर उनकी महापूजा की जाएगी साथ ही सहस्त्र जलधारा प्रवाहमान करते हुए मंत्रों की ध्वनि से देवराज इंद्र को मनाया जाएगा।
पुजारी प्रदीप गुरु ने बताया कि महाकाल मंदिर में यह अनुष्ठान वर्षों से किया जाता रहा है। ऐसा माना जाता है कि इस अनुष्ठान को करने से अच्छी बारिश होती है, जो सभी के लिए वरदान साबित होती है। इस वर्ष यह अनुष्ठान निर्धारित नक्षत्र और तय तिथि पर हो सकता है। पुजारी वेद मंत्रों तथा सतत जलधारा के माध्यम से भगवान महाकाल का अभिषेक करेंगे। वर्षा ऋतु का आगमन होने का यह मूल समय रहता है। ऐसे शुभ समय में राजाधिराज महाकाल का जलात्मक अभिषेक करने से देश में उत्तम वृष्टि होने का योग प्रबल होगा। नदी, तालाब, कुएं-बावड़ी तथा अन्य जलस्रोत परिपूर्ण होंगे।