मयूर वन के रूप में निखरेगा पार्क
कोठी रोड स्थित विक्रम वाटिका को अब मोर के भ्रमण अनुकूल बनाने मयूर वन स्वरूप में निखारा जाएगा। ताकी इस क्षेत्र में आने वाले मोरों के लिए ये जगह सुकून भरी हो सकें। वहीं यहां ग्रीन भूल-भुलैया, सेल्फी पाइंट, ओपन कैफेटेरिया, लैंडस्कैपिंग, आच्छादित करने वाली हरियाली की जाएगी, जिससे ये पार्क नए लुक में नजर आएगा और लोग परिवार संग इसकी सैर करने आ सकेंगे। कांगे्रस पार्षदों ने पार्क का दौरा किया और प्लान जाना। साथ ही दावा किया कि स्मार्ट सिटी अंतर्गत इस प्रोजेक्ट के लिए नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धनसिंह ने 2.50 करोड़ का फंड मंजूर किया है। इस राशि से ये पार्क आदर्श रूप में संवरेगा।
तैयार हुआ ये प्रोजेक्ट
कानूनी उलझनों में उजाड़ हो चुके विक्रम वाटिका की सूरत बदलने के लिए ये प्रोजेक्ट तैयार हुआ है। कोर्ट केस जीतने पर शासन ने इस पार्क की भूमि नगर निगम को दे दी है। इसके बाद स्मार्ट सिटी अंतर्गत इसके लिए नई प्लानिंग बनाकर टेंडर किए गए हैं। यहां होने वाले निर्माण कार्यों की जानकारी लेने व आवश्यकताओं को समझने नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ के साथ कांग्रेसी पार्षदों ने विक्रम वाटिका का निरीक्षण किया। इस दौरान पार्षद आत्माराम मालवीय, हिम्मतसिंह देवड़ा, रहीम लाला, सुंदर मालवीय, स्मार्ट सिटी एसई धर्मेन्द्र वर्मा आदि मौजूद रहे।
पक्षियों को आकर्षित करने लगेंगे पेड़-पौधे
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ के अनुसार विक्रम पार्क शहर की धरोहर है। लेकिन ये अरसे से वीरान पड़ा है। तालाब सीवरेज के पानी से भरा हुआ है। अब यहां पक्षियों को आकर्षित करने विभिन्न प्रजातियों के पेड़-पौधे लगाए जाएंगे और उनके दाने-पानी की व्यवस्था की जाएगी। विशेषकर मोर के अनुकूल यहां व्यवस्थाएं जुटाई जाएंगी। इको सिस्टम डिस्टर्ब न हो इसके लिए नए निर्माण कार्य दौरान पेड़ों को नहीं काटा जाएगा।
एेसे संवरेगा पार्क
पार्क में मयूजियम, वूडन सिटी एरिया, ओपन कैफेटेरिया व गार्डन, सेल्फी पाइंट, योगा जोन सहित बच्चों के लिए अन्य मनोरंजक संसाधन जुटाए जाएंगे। विकसित होने के बाद यहां भी प्रवेश सशुल्क या मासिक आधार पर करने की तैयारी है।
कुंड में गंदा पानी नहीं मिले, सिस्टम से जोड़ेंगे
वाटिका के अंदर का तालाब सीवरेज का गंदा पानी मिलने के कारण बेकार व बदबूदार है। अब इस कुंड में मिलने वाले सीवर वाटर को रोकने इसे अंडर ग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम से जोड़ा जाएगा। तालाब में स्वच्छ पानी उपलब्ध रहे, इसके लिए ट्यूबवेल भी लगेंगे। साथ ही तालाब का सौंदर्यीकरण होगा व आसपास बैठने एवं प्राकृतिक वातावरण का आनंद लेने कुर्सियां लगेगी।