पूरी तरह जर्जर हो चुका कॉलेज भवन
बता दें कि कॉलेज भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। लाखों रुपए भवन के मरम्मत पर हर वर्ष खर्च होता है, लेकिन स्थिति जस की तस रहती है। विशेषज्ञों की रिपोर्ट के अनुसार अब उक्त भवन मरम्मत के भी लायक नहीं बचा है, लेकिन कॉलेज का अपना भवन पिछले १० वर्ष से निर्माणाधीन है। एेसे में नया भवन तैयार नहीं होने तक कॉलेज को जर्जर भवन में रहना पड़ेगा। जहां हर समय छात्राओं पर खतरा बना रहता है।
पहली बारिश ने बिगाड़ी स्थिति
शहर में मंगलवार रात जोरदार बारिश हुई। इस कारण भवन की छत और दीवारों पर पानी बैठ गया है। जगह-जगह प्लास्टर गीला नजर आ रहा है और पानी टपकने की स्थिति बन गई। इस कारण कमजोर होने के कारण दो जगह प्लास्टर गिरने की घटना एक साथ हो गई। इसी के साथ भवन के कई हिस्सों में स्थिति खराब हो चुकी है। किसी भी समय प्लास्टर का हिस्सा गिर सकता है। हालांकि अब एेसे हिस्सों को सुधारने का प्रयास कॉलेज प्रबंधन की तरफ से किया जाएगा।
नए भवन में लगेगा समय
कालिदास कॉलेज का नया भवन खाकचौक के पास तैयार हो रहा है। वर्ष 2008 से भवन का निर्माण कार्य जारी है, लेकिन अभी तैयार नहीं हुआ है। भवन की स्थिति और निर्माण की गति के हिसाब से अभी निर्माण कार्य पूरा होने में काफी समय लगने की संभावना है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद शिफ्ट की प्रक्रिया शुरू होगी।