धार्मिक आयोजनों में नेतागीरी नहीं चलेगी
उज्जैनPublished: Apr 24, 2019 01:53:25 am
संभागीय जिला मुख्यालय समिति की बैठक में संभागायुक्त ने पंचक्रोशी सहित अन्य धार्मिक आयोजनों में आचार संहिता का पालन करने को कहा
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उज्जैन. लोकसभा चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है वहीं जिले में इस दौरान पंचक्रोशी यात्रा सहित कई धार्मिक आयोजन होना है, एेसे में आचार संहिता का पालन करवाना प्रशासन के लिए चुनौती साबित हो सकता है। संभागायुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पंचक्रोशी यात्रा सहित अन्य धार्मिक आयोजनों में आदर्श आचार संहिता पालन का पूरा ध्यान रखा जाए। किसी भी धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन का किसी भी रूप में कोई चुनाव प्रचार के लिए इस्तेमाल न कर सके।
मंगलवार को संभागायुक्त अजीतकुमार ने पर्व, स्नान, मेले व अन्य धार्मिक सांस्कृतिक आयोजनों के लिए गठित संभागीय जिला मुख्यालय समिति की बैठक ली। इसमें आइजी राकेश गुप्ता, कलेक्टर शशांक मिश्र, एसपी सचिन अतुलकर, निगम आयुक्त प्रतिभा पाल आदि मौजूद थे। एडीएम आरपी तिवारी द्वारा प्रमुख पर्व, मेलों आदि के विषय में बताया कि 29 अप्रैल को प्रारम्भ होने वाली पंचक्रोशी यात्रा 3 मई तक चलेगी। इस बीच 2 मई को श्री महाकालेश्वर मन्दिर में प्रदोष पर्व मनाया जाएगा। इसी प्रकार 3 मई को श्री महाकालेश्वर मन्दिर में शिव चतुर्दशी, 4 मई को शनिश्चरी अमावस्या, 7 मई को सम्पूर्ण जिले में अक्षय तृतीया-परशुराम जयन्ती, 16 मई को श्री महाकालेश्वर मन्दिर में प्रदोष पर्व, 18 मई को सम्पूर्ण जिले में बुद्ध पूर्णिमा व 31 मई को श्री महाकालेश्वर मन्दिर में प्रदोष पर्व व जिले में शब-ए-रात का आयोजन होगा। संभागायुक्त ने सभी आयोजनों में आचार संहिता का ध्यान रखते हुए सभी मूलभूत सुविधाएं श्रद्धालुओं को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
पेयजल के लिए चलेंगे टैंकर
बैठक में पंचक्रोशी यात्रा के लिए आवश्यक व्यवस्था के निर्देश दिए गए। इसमें पंचक्रोशी यात्रा के संबंध में आवश्यक बैरिकेडिंग, भूमि समतलीकरण, स्ट्रीट लाइट, स्नान घाट, पेयजल टंकी, करीब ८० अस्थाई शौचालय लगभग ५० पेयजल टैंकर, छाया के लिए टेन्ट, दरी, प्रकाश व्यवस्था, फायर ब्रिगेड व्यवस्था, अस्थाई चिकित्सालय, वास्तविक मूल्य पर अच्छी गुणवत्ता की खाद्य सामग्री, सांची पाइन्ट के माध्यम से दूध व दूध से निर्मित पदार्थों का विक्रय, चिल्ड वॉटर टैंकर आदि की व्यवस्थाएं प्रतिवर्षानुसार करने का कहा गया।
स्नान स्थलों पर होमगार्ड की व्यवस्था हो
आइजी राकेश गुप्ता ने निर्देश दिए कि विभिन्न पर्व अवसरों पर स्नान स्थलों पर बैरिकेडिंग के साथ ही होमगार्ड द्वारा गोताखोर, रस्सी आदि की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। साथ ही रात्रि में समुचित प्रकाश की व्यवस्था भी की जाए। जानवर व सांपों से सुरक्षा के लिए वन विभाग के माध्यम से व्यवस्था कराए जाने का कहा। गुप्ता ने कहा, शनिश्चरी अमावस्या पर इस बार 70 से 75 हजार तक श्रद्धालु आने का अनुमान है इसलिए साफ.सफाई, स्नान व्यवस्था, नदी के पानी को शुद्ध किए जाने आदि की उत्तम व्यवस्था की जानी चाहिए।
पर्वों पर शिप्रा में पानी का स्तर मेंटेन करें
कलेक्टर मिश्र ने एनवीडीए के अधिकारी को निर्देश दिए कि पंचक्रोशी यात्रा एवं अन्य पर्वों के लिए 27 अप्रैल से ही शिप्रा नदी में नर्मदा नदी का पानी छोड़ दिया जाए, जिससे कि 28 अप्रैल तक त्रिवेणी व अन्य घाटों पर स्नान के लिए पर्याप्त पानी का स्तर हो जाए। केडी पैलेस पर भी पड़ाव स्थल है, इसलिए वहां भी फव्वारे लगाए जाने व कुण्ड में पानी की व्यवस्था किए जाने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दिए गए। एसपी सचिन अतुलकर ने कहा कि सभी पड़ाव स्थलों पर समुचित चिकित्सा सुविधा होनी चाहिए। स्वास्थ्य कैम्प, एम्बुलेंस के साथ ही स्ट्रेचर की व्यवस्था आवश्यक रूप से की जाए। संयुक्त संचालक स्वास्थ्य ने बताया कि पंचक्रोशी के प्रथम पड़ाव स्थल पर 10 बिस्तरीय स्वास्थ्य कैम्प तथा उप पड़ाव स्थलों पर 6 बिस्तरीय स्वास्थ्य कैम्प लगाए जा रहे हैं। साथ ही ग्लुकोज, सलाइन, ओआरएच व आवश्यक दवाओं की व्यवस्था की जा रही है।