ये कार्य पूर्णता की ओर
- महाकाल मंदिर के आसपास चल रहे निर्माण व सौंदर्यीकरण कार्य 90 प्रतिशत से अधिक लेकिन 100 प्रतिशत से कम पूरे हुए हैं।
- नृसिंहघाट पम्पिंग स्टेशन तथा पाइप लाइन (क्षिप्रा नदी से रूद्रसागर), रूद्रसागर कैचमेंट क्षेत्र में सीवर लाइन और श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर के लिए आकर्षक लाइटिंग और साउंड सिस्टम के कार्य हो चुके हैं।
- प्राचीन महाकाल द्वार तथा रामघाट के संरक्षण का कार्य 95 प्रतिशत पूरा हो गया है।
---
29 मई को उज्जैन आएंगे राष्ट्रपति
29 मई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की प्रस्तावित यात्रा होना है। वे आयुर्वेद सम्मेलन में शामिल होने शहर आएंगे। कालिदास अकादमी के संकुल हॉल, जहां मुख्य समारोह होगा, वहां युद्धस्तर पर तैयारियां चल रही हैं।
प्रोटोकॉल वाले श्रद्धालुओं को यहां से मिलेगी इंट्री
प्रोटकॉल से आने वाले श्रद्धालुओं को श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रशासनिक कार्यालय के सामने फेसिलिटी सेन्टर से प्रवेश कर, निर्माल्य द्वार से सूर्यमुखी हनुमान की सीढिय़ों से सभा मंडप, काले गेट से होकर गणपति मण्डपम के बैरिकेट्स से श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन कर पुन: उसी मार्ग से निर्गम की ओर बाहर निकलना होगा।
---
भांग शृंगार सिर्फ रसूखदार पुजारी-पुरोहितों के यजमानों के लिए नहीं
श्रावण-भादौ मास में हर बार महाकाल बाबा को प्रतिदिन भांग कराने की एडवांस बुकिंग करा ली जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सकेगा। क्योंकि भांग शृंगार सिर्फ रसूखदार पुजारी-पुरोहितों के यजमानों के लिए नहीं है। मंदिर समिति के अधिकारियों ने तय किया है कि इस बार सावन-भादौ में भांग शृंगार की रसीदें उन सभी पुजारी-पुरोहितों के यजमानों के लिए भी रहेंगी, जो हर बार वंचित रह जाते थे। सभी को मौका मिलेगा। इसमें एक अलग से समिति गठित होगी, जो यह चयन करेगी कि किस पुजारी की कितनी रसीदें कट गई हैं और कौन वंचित रह गया है।
---
महाकाल मंदिर में राष्ट्रपति के आगमन की तैयारी
29 मई को महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन को देखते हुए तैयारी व्यवस्था शुरू हो गई है। प्रोटोकॉल अनुसार महामहिम राष्ट्रपति महाकाल दर्शन करने भी जाएंगे। इसके चलते मंदिर में कोटितीर्थ कुंड की साफ-सफाई, रंग-रोगन, चांदी के परकोटों और रूद्रयंत्र की सफाई, पीतल की रैलिंग पर ब्रास पॉलिश, रेड कारपेट, प्रशासनिक अधिकारियों का दौरा आदि चल रहा है।