script

जिस रास्ते से प्रवेश करेंगे महामहिम राष्ट्रपति, वहां की जा रही आकर्षक सजावट

locationउज्जैनPublished: May 21, 2022 10:05:50 pm

Submitted by:

Lalit Saxena

प्रवेश द्वार पर लगाई छोटी-छोटी घंटियों की झालर, मंदिर के हर कौने की हो रही सफाई

President will come to Mahakal temple

प्रवेश द्वार पर लगाई छोटी-छोटी घंटियों की झालर, मंदिर के हर कौने की हो रही सफाई

उज्जैन. महाकाल मंदिर में महामहिम राष्ट्रपति जिस रास्ते से प्रवेश करेंगे, वहां आकर्षक सजावट की जा रही है। इसके अलावा प्रवेश द्वार से लेकर अंदर का हर कौना साफ किया जा रहा है। मुख्य द्वार पर छोटी-छोटी घंटियों की झालर लगाई गई है।
महाकाल मंदिर प्रांगण के जूना महाकाल के पीछे जहां कभी निमाल्य रखा और उठाया जाता था, अब वही एकमात्र ऐसा द्वार बचा है, जहां से महामहिक राष्ट्रपति को मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। क्योंकि मंदिर के अंदर और बाहर चारों तरफ निर्माण कार्य चल रहे हैं। रूद्रसागर के आसपास कॉरिडोर का काम भी तेजी से गति ले रहा है। मंदिर के सभी शिखर और हर कौने की साफ-सफाई आदि की जा रही है। फैसेलिटी सेंटर के अलावा गर्भगृह में भी साफ-सफाई की जाएगी। मंदिर में रैम्प जहां से दर्शन करके श्रद्धालु ऊपर आते हैं, वहां पीओपी कार्य चल रहा है। देश के प्रथम नागरिक महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 मई को उज्जैन आ रहे हैं। वे महाकाल दर्शन करेंगे। इसके बाद रूद्रसागर व स्मार्ट सिटी के कार्यों का अवलोकन करेंगे। इसके लिए कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी सत्येन्द्र शुक्ला, प्रशासक गणेश धाकड़, एसएस रावत, आशीष पाठक, संतोष टैगोर आदि ने पूरी ताकत झोंक दी है।

वाहन पार्किंग का कार्य भी पूर्णता की ओर
महाकाल मंदिर आने के लिए जो नया रास्ता बनाया जा रहा है, वह त्रिवेणी संग्रहालय के सामने से शुरू होगा। इसके लिए यहां आलीशान पार्किंग स्थल बनाया जा रहा है, जहां हजारों वाहन एकसाथ पार्क हो सकेंगे। इसका कार्य भी लगभग पूर्णता की ओर है। जयसिंहपुरा तरफ जाने वाले मार्ग से इंट्री रहेगी ओर त्रिवेणी संग्रहालय के सामने से लोग निकलकर महाकाल मंदिर के कॉरिडोर में प्रवेश करेंगे। यहां के सौंदर्य का नजारा देखकर वे आनंदित होंगे। बाबा महाकाल के दर्शन कर पुन: इसी मार्ग से होकर अपने वाहनों के पास आएंगे। हालांकि बुजुर्गों की सुविधा के लिए कॉरिडोर में इ-रिक्शा भी चलेंगे।

बड़े गणेश के सामने वाला रास्ता पैदल वालों के लिए खुला
महाकाल मंदिर के समीप बड़े गणेश मंदिर और अन्नक्षेत्र के ठीक सामने रूद्रसागर के किनारे होते हुए फैसेलिटी सेंटर और मंदिर कार्यालय तक जाने के लिए पैदल चलने के लिए रास्ता खोल दिया गया है। इसमें अभी वाहनों की आवाजाही पर फिलहाल रोक है, क्योंकि बीच में चैम्बर खुले पड़े हैं, इसलिए चौपहिया वाहनों के निकलने पर प्रतिबंध है।

कर्मचारियों को नहीं मिलेगा साप्ताहिक अवकाश
राष्ट्रपति के आगमन के चलते मंदिर कर्मचारियों और अधिकारियों का ड्यूटी टाइम बढ़ गया है, उनके साप्ताहिक अवकाश पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। मंदिर में 300 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि मंदिर प्रशासन ने विशिष्ट मेहमानों के आगमन को देखते हुए फिलहाल साप्ताहिक अवकाश पर 19 मई से आगामी आदेश तक रोक लगाई है। जिस प्रकार सावन-भादौ या अन्य बड़े त्योहारों पर कर्मचारियों के साप्ताहिक अवकाश पर रोक लगाई जाती है, उसी प्रकार इस समय राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए यह किया जा रहा है।

ट्रेंडिंग वीडियो