पुलिस के मुताबिक आंध्र प्रदेश से आए फिल्म मेकर की पहचान एक पुजारी से हो गई। उसने कहा कि तुम्हारा समय खराब चल रहा है। एक बड़ी पूजा करवानी पड़ेगी। इसके बाद आपके अच्छे दिन आ जाएंगे। फिल्म मेकर पहले तो दो लाख रुपए देकर चले गए। इसके बाद उन्हें दोबारा बड़नगर पूजा के लिए बुलाया और फिल्मी स्टाइल में 10 लाख रुपए छीन लिए। इसके लिए नकली पुलिस का सहारा भी लिया गया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर एक को हिरासत में लिया है।
पुलिस के अनुसार टीचर कालोनी जिला नेल्लोर (Nellore) निवासी अंकाबाबू पिता ब्रह्मया चमेली (35) हैदराबाद में तेलुगु फिल्म इंडस्ट्रीय से जुड़े हुए हैं और फिल्म मेकर हैं। वे अपने साथियों के साथ महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे। यहां पर उनकी मुलाकात एक गुरु नाम के व्यक्ति से हुई। गुरुर ने अंकाबाबू को अपना नंबर दे दिया। गुरु ने अंकाबाबू से कहा कि तुम्हारा समय खराब चल रहा है। एक पूजा करवानी पड़ेगी। इससे स्थिति सुधर जाएगी, आपके अच्छे दिन आ जाएंगे। फिल्में भी हिट हो जाएंगी। अंका बाबू ने बातों में आकर पूजा के लिए गुरु को दो लाख रुपए दे दिए। इसके बाद आरोपी गुरु ने उन्हें बड़नगर रसूलाबाद में भवानी मंदिर के पास बुलाया। सोमवार को यह लोग पहंच भी गए। इनके पास 10 लाख रुपए थे।
नकली पुलिस आई और ले गए रुपया
इसी बीच पूजा के दौरान पुलिस आई और उनके 10 लाख रुपए कहानी बनाकर ले गई। इसके बाद जब अंका बाबू ने पुलिस में शिकायत की तो पता चला कि वे पुलिस नकली थी। पुलिस ने आनन-फानन में धरपकड़ की तो आरोपियों की पहचान हो गई। इसमें मतगना इंगोरिया निवासी हुकुमनाथ पिता उमराव नाथ और इसके साथी शामिल थे। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है।