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छापा मारने वाले दल की भी यह चीज देखकर आंखें रह गईं फटी

locationउज्जैनPublished: Aug 21, 2019 12:55:37 am

Submitted by:

Ashish Sikarwar

नायन डैम के पास स्थित अरिहंत आरो प्लांट पर नकली पैकेजिंग सामग्री से पानी की बोतल बनाने के गौरखधंधे का भांडाफोड़ हुआ।

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नायन डैम के पास स्थित अरिहंत आरो प्लांट पर नकली पैकेजिंग सामग्री से पानी की बोतल बनाने के गौरखधंधे का भांडाफोड़ हुआ।

नागदा. नायन डैम के पास स्थित अरिहंत आरो प्लांट पर नकली पैकेजिंग सामग्री से पानी की बोतल बनाने के गौरखधंधे का भांडाफोड़ हुआ। मंगलवार दोपहर को खाद्य व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने प्लांट पर पहुंचकर दबिश दी। प्लांट में निर्मित हो रही पानी की बोतल व पैकेजिंग सामग्री के नमूने अधिकारियों ने लिए। अफसरों ने प्लास्टिक बोतल बनाने वाली ट्यूब को भी कब्जे में लिया है।
दरअसल चंबल तट स्थित नायन डैम के समीप अरिहंत आरो प्लांट में एक लीटर क्षमता वाली पानी की बोतल व एक रुपए वाले पानी के पाउच की मैन्यूफेक्चरिंग की जा रही है। मामले को लेकर किसी ने राजस्व व खाद्य विभाग को शिकायत की थी कि उक्त प्लांट में गुणवत्ताहीन डुप्लीकेट पानी की बोतल, शीतल पेय व पानी के पाउच बनाए जाने का कार्य प्रगति पर है। मौके पर पहुंचे अफसरों ने पाया प्लांट पर इंदौर की किसी कंपनी की बैच की पैकेजिंग मटेरियल का उपयोग कर नागदा में पानी की बोतल तैयार की जा रही हैं। मौजूदा स्थिति में पड़ी पानी की बोतल, पानी के पाउच बोरों व अन्य निर्माण सामग्री को अफसरों ने सील किया है।
एक्सपायर्ड शीतल पेय बरामद
जिस स्थान पर पानी की बोतल का निर्माण किया जा रहा था, उसी स्थान पर दर्जनों की संख्या में बड़े नामी कंपनी की शीतल पेय की खेप रखी थी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने उक्त बोतलों की जांच में पाया कि उक्त शीतल पेय एक्सपायर्ड हो चुका है। कर्मचारियों से पूछे जाने पर जवाब मिला कि उक्त बोतलें पूर्व में बाहर से मंगवाई गई थीं। काफी समय से पड़े होने के कारण यह एक्सपायर हो चुकी हैं। इन्हें नष्ट करने के लिए रखा है। चूंकि समीपस्थ स्थानों पर खेत हैं इसलिए बाहर नष्ट नहीं किया जा सकता। नायब तहसीलदार विनोद शर्मा, आरआइ आर मित्तल, फूड सेफ्टी अधिकारी बीएस देवडिय़ा, शैलेषकुमार गुप्ता, बीडी शर्मा ने मौके पर पहुंचकर प्लांट की जांच की। अधिकारियों ने खाद एवं औषधि अधिनियम के अंतर्गत प्रथम दृष्टया में मौके पर मौजूदा सामग्रियों के सैंपल जांच के लिए हैं। उक्त नमूनों को भोपाल जांच के लिए भेजा जाएगा। प्लांट संचालक से फूड लाइसेंस व पीआइएस के दस्तावेज मांगे जाने पर प्रस्तुत नहीं हो सके।
अफसरों के सामने बोला झूठ
प्लांट निर्मित बोतलों की खेप बाहर परिसर में रखी गई थी। अफसरों ने कर्मचारियों से पूछा कि उक्त खेप किसने निर्मित की है। इस दौरान कर्मचारी झूठ बोलने से नहीं चूके। कर्मचारियों ने कहा कि उक्त खेप सुबह ही इंदौर से मंगवाई है। ऐसे में अफसरों ने प्लांट के अंदर मौजूद मशीन से बोतल के सैंपल और बाहर रखी गई बोतल की पैकिंग को चैक किया। दोनों एक जैसी पाई गई।
नायन डैम स्थित अरिहंत आरओ प्लांट को जांच के बाद फिलहाल सील कर दिया गया है। दस्तावेज प्रस्तुत होने के बाद ही कुछ कहा जाएगा। साथ ही जांच के लिए मौजूदा नमूनों को ले लिया गया है।
शैलेष गुप्ता, फूड सेफ्टी अधिकारी

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