उज्जैनPublished: Nov 09, 2019 01:20:51 am
Mukesh Malavat
हजारों दीपकों से सजाया गया कॉलेज मैदान
हजारों दीपकों से सजाया गया कॉलेज मैदान
शुजालपुर. दो दिवस पूर्व जिस मैदान के अधिकांश हिस्से में कीचड और घास के कारण चलना मुश्किल हो रहा था उस मैदान पर दो दिनों की लगातार मेहनत के बाद सैकड़ों खिलाडियों व छात्र-छात्राओं ने देवप्रबोधनी एकादशी पर जो चित्रण और दीपमालाओं से सजावट की उसे देख हर कोई रोमांचित हो उठा। कॉलेज मैदान पर इस तरह का आयोजन पिछले चार वर्षो से होता आ रहा है। लेकिन इस वर्ष दीपों की सजावट के साथ ही देश की उपलब्धियां व महापुरुषों के विचार को बड़े ही सुंदर ढंग से रंगोली के माध्यम से उकेरा गया था। मैदान में देश की वीरता का झंडा पाकिस्तान में गाडऩे वाले लेफ्टनेंट अभिनंदन के चित्र को रंगोली से बनाया गया तो इसरो द्वारा तैयार किए गए अंतरिक्ष यान पीएसएलवी सहित अन्य अंतरिक्ष यान की आकृतियां, जम्मू क श्मीर का नक्शा, वीर शिवाजी, रानी लक्ष्मी बाई, मेजर ध्यानचंद, ओलंपिक मोनो 2020, स्टेच्यू ऑफ युनिट सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं महात्मा गांधी की 150वी जयंती व बेटी बचाओ की थीम को बड़े ही सुंदर ढंग से रंगोली के माध्यम से बनाया गया। साथ ही पर्यावरण की सूरक्षा और स्वच्छता का संदेश देने वाले चित्र भी बनाए गए। दीपोत्सव कार्यक्रम तहत शाम लगभग 6 बजे उपस्थित हजारों लोगों द्वारा दीपकों को जलाने का क्रम शुरू किया। फोरलेन मार्ग से गुजरने वाले वाहन भी विशालकय मैदान में जल रहे कतारबद्घ दीपकों को देखकर रूक रहे थे। यहां पर विधायक शुजालपुर इन्दरसिंह परमार, जनभागीदारी समिति अध्यक्ष गजेन्द्रसिंह सिसोदिया, जनप्रतिनिधियों व गणमान्यनागरिकों ने भी पहुंचकर आयोजकों का उत्साह वर्धन किया। इसी प्रकार शारदा उत्कृष्टï विद्यालय मैदान पर फूटबॉल क्लब व पॉजीटिव क्लब द्वारा दीपोत्सव पर्व मनाया गया।
ग्रामीण अंचलों के बच्चों का हुनर
नगर में धार्मिकता के साथ मनमोहक आयोजन को स्वरूप देने में महाविद्यालय के क्रीडा शिक्षक देवेन्द्र कुम्भकार के नेतृत्व में ग्रामीण अंचलों के बच्चों का विशेष योगदान रहा। साथ ही महाविद्यालय मैदान में खेलगतिविधि में सलग्न रहने वाले ग्रुप सदस्यों व आयु वर्ग 30 से 40 वाले फिटनेस ग्रुप का सहयोग रहा। इस मैदान में लगातार बारिश के कारण कीचड़ व घास मौजूद था, लगातार दो दिनों की मेहनत कर लगभग 350 छात्र-छात्राओं ने आयोजन स्थल को तैयार किया और रंगोली बनाने के साथ ही लगभग 7 हजार 200 दीपकों को इस तरह रखा कि उन्हे जलाने पर आकृतियां
निर्मित हो। उल्लेखनीय है कि कॉलेज मैदान पर वर्षभर खेल गतिविधि संचालित होती है यह पर प्रतिदिन सैकड़ों ग्रामीण अंचल के विद्यार्थी जो सैना सहित पुलिस या अन्य प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है वे नियमित रूप से मैदान पर आते है। इन खिलाडियों का कहना था कि यह मैदान हमारे लिए मंदिर के समान है। जिसे वर्ष भर में एक बार दीपों से सजाकर उत्साह मनाते हैं।