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निरीक्षण के दौरान सरकारी अस्पताल की हकीकत आई सामने

locationउज्जैनPublished: Sep 21, 2019 12:34:30 am

Submitted by:

Mukesh Malavat

थंब मशीन का नहीं हो रहा उपयोग, न जोड़ी कर्मचारी के वेतन से

Reality of government hospital came to light during inspection

थंब मशीन का नहीं हो रहा उपयोग, न जोड़ी कर्मचारी के वेतन से

नागदा. अपर कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने शुक्रवार को सरकारी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल की व्यवस्थाओं में कई खामियां नजर आई। अस्पताल में उपस्थति दर्ज के लिए थंब इंप्रेशन की सुविधा तो है, लेकिन कर्मचारी इसका उपयोग करते नहीं पाए गए और ना ही यह मशीन कर्मचारियों की सैलरी से लिंक मिली।
अपर कलेक्टर ने अस्पताल के प्रभारी डॉ. कमल सोलंकी को निर्देशित किया कि आगे से अस्पताल के सभी कर्मचारी थंब इंप्रेशन मशीन का ही इस्तेमाल करें, जिससे मशीन में दर्ज हाजिरी के मुताबिक ही उन्हें वेतन मिल सकें। अपर कलेक्टर ने कर्मचारियों द्वारा हाजिरी रजिस्टर का उपयोग करने पर भी प्रभारी डॉक्टर को लताड़ लगाई और ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए, जिन्होंने हाजिरी रजिस्टर में कई दिनों से हस्ताक्षर नहीं किए है। जांच में यह भी पता चला की राकेश परमार नामक वार्ड बॉय पिछले 15 दिनों से बिना किसी सूचना के अस्पताल से गायब है। अपर कलेक्टर के निर्देश पर उक्त कर्मचारी पर निलंबन की कार्रवाई के लिए पंचनामा बनाकर एसडीएम आरपी वर्मा ने जिला कलेक्टर को जांच प्रतिवेदन भेजा है।
डे्रसिंग टेबल पर उजाले के लिए नहीं था बल्ब
निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर प्रभारी डॉ. कमल सोलंकी पर भडक़ गए जब अस्पताल में आवारा कुत्ते घूमते नजर आए। अपर कलेक्टर ने प्रभारी चिकित्सक से पूछा कि अस्पताल में कुत्ते या आवारा मवेशियों को भगाने के लिए चौकीदार क्यों नहीं है ? जिस पर प्रभारी चिकित्सक सोलंकी ने अस्पताल के पास चौकीदार रखने के लिए बजट नहीं होने की बात कही। अपर कलेक्टर ने अस्पताल की सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति के लिए एसडीएम वर्मा को निर्देशित किया है। वहीं अस्पताल की डे्रसिंग टेबल पर उजाले के लिए बिजली का बल्ब भी नहीं था, जिस पर नाराजी व्यक्त करते हुए अपर कलेक्टर ने तत्काल बल्ब लगाने के निर्देश अस्पताल के कर्मचारियों को दिए। एनआरसी में 10 की बजाए 09 बच्चे पर भी जताई नाराजी अपर कलेक्टर ने इस मौके पर अस्पताल के पोषण पूर्नवास कक्ष का भी निरिक्षण किया। कक्ष में 10 की बजाए मात्र 9 कुपोषित बच्चों का इलाज किया जा रहा था। जिस पर नाराजगी जताते हुए अपर कलेक्टर ने एनआरसी प्रभारी को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से समन्वय बनाकर अधिक से अधिक कुपोषित बच्चों का चयन कर उपचार करने की हिदायत दी है।
इन अव्यस्थाओं को भी दुरस्त करने के निर्देश
अपर कलेक्टर ने अस्पताल के वार्डों को साफ-सुथरा रखने, अस्पताल में भर्ती मरीजों के साथ एक या दो लोगों से ज्यादा नहीं रहने देने के अलावा, अस्पताल की लॉन्ड्री व्यवस्था को दुरस्त करने आदि के निर्देश दिए है। जिन कर्मचारियों ने हाजिरी रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं किए उनके नाम सावली मसीह, शफी मोहम्मद कुरैशी, देवानंद चोरमल, माधुरी गेहलोत, अलकनंदा है, जिनके खिलाफ अपर कलेक्टर ने पंचनामा बनाकर जांच प्रतिवेदन कार्रवाई के लिए कलेक्टर को भेज दिया है।
उन्हेल स्वास्थ्य केंद्र पर नशे में मिले बीएमओ
नागदा. उन्हेल स्वास्थ्य केंद्र पर शुक्रवार शाम को करीब 4 बजे बीएमओ कल्पेश दायमा शराब के नशे में धुत पाए गए। केंद्र पर पहुंचे जीवन मालवीय व महफुज अली ने मामले की शिकायत नागदा एसडीएम आरपी वर्मा को की गई। एसडीएम वर्मा ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मौके पर नायब तहसीलदार को भेजकर बीएमओ का पंचनामा बनवाया। बीएमओ दायमा ने शराब के नशे में होना स्वीकार किया है।
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