अक्टूबर शुरू होने से पहले जिले का रिकवरी रेट ( recovery rate ) तीन माह बाद फिर 90 प्रतिशत तक पहुंचा। जानकार इसे कोरोना के सेकंड पीक खत्म होने के बाद की स्थिति मान रहे हैं। मसलन अब संक्रमण का प्रभाव फिलहाल नीचे की तरफ जा रहा है, जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या में और कमी आएगी। उम्मीद की जा रही है कि यदि कोरोना संक्रमण की चाल इसी तरह धीमी होती गई तो तीन से चार सप्ताह में एक्टिव मरीजों की संख्या दहाई में आ जाएगी।
545 तक पहुंचा था कोरोना का पीक
संक्रमण के मामले में सबसे भारी सितंबर रहा है। इसी माह सर्वाधिक नए मरीज मिले और एक्टिव मरीज की संख्या सबसे अधिक रही। एक्टिव मरीजों के मामले में कोरोना का सबसे बड़ा पीक 20 सितंबर को रहा। तब एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 545 हो गई थी। कुल डिस्चार्ज की संख्या 2002 थी जबकि कुल संक्रमितों का आंकड़ा 2635 था। इस दिन रिकवरी रेट न्यूनतम 75.97 फीसदी हो गया था।
ऐसे थी कोरोना की रफ्तार