script१५ हजार तक मानदेय पाने वाले अतिथि विद्वानों के लिए नई राशि | Regular lecturer gets 70 thousand and guest scholars get 15 thousand | Patrika News

१५ हजार तक मानदेय पाने वाले अतिथि विद्वानों के लिए नई राशि

locationउज्जैनPublished: Nov 19, 2017 11:04:30 am

Submitted by:

Gopal Bajpai

नियमित व्याख्याता ७० हजार और अतिथि विद्वानों को मिल रहे १५ हजार, योग्यता और काम एक वेतन में बड़ा अंतर, समन्वय समिति में उठा वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव

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१५ हजार तक मानदेय पाने वाले अतिथि विद्वानों के लिए नई राशि

उज्जैन. उच्च शिक्षा संस्थानों की गुणवत्ता सुधारने और विद्यार्थियों के कौशल निर्माण पर ध्यान देने के लिए लगातार नई योजना अस्तित्व में आ रही है, ताकि विद्यार्थियों को भविष्य में हर मोर्चे पर सफलता पाने लायक बनाया जा सके, लेकिन यह सभी योजना बिना मार्गदशकों के संचालित हो रही है। विद्यार्थियों के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले शिक्षक उच्च शिक्षा संस्थानों से गायब है। महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी है। इनके स्थानों पर अतिथि विद्वानों (अस्थाई) से काम चलाया जा रहा है। इन अस्थाई शिक्षकों (प्रति व्याख्यान) को काम के अनुसार भुगतान किया जाता है। साथ ही दिनभर के काम का अधिकतम भुगतान राशि भी तय है। एेसे में यह अतिथि शिक्षक प्रति माह १५ हजार रुपए के कम वेतन पा रहे हैं, जो विवि में कार्यरत बाबू के वेतन से भी काफी कम है, जबकि इन्हीं के समान काम करने वाला स्थाई व्याख्याता ५० से ७० हजार रुपए वेतन पाता है। नए वेतनमान लागू होने बाद यह राशि और बढ़ जाएगी। अतिथि विद्वानों के वेतन की दुर्दशा को सुधारने के लिए अब विवि समन्वय समिति में प्रस्ताव आया है। रीवा के कुलपति ने अतिथि विद्वानों की राशि बढ़ाने का अनुरोध किया है। समन्वय में प्रस्ताव आने के बाद संभावना है कि जल्द ही नए वेतन पर विचार किया जा सकता है।
विक्रम विवि अतिथियों के भरोसे

विक्रम विवि की संस्थान और अध्ययनशाला पूरी तरह से अतिथियों के भरोसे है। विवि में करीब ७० से अधिक अतिथि विद्वान हैं, जो रिक्त पदों के विरुद्ध काम कर रहे हैं। विवि प्रशासन प्रतिवर्ष इन पदों पर नियुक्ति करता है। हालांकि काफी संख्या में अतिथि विद्वान न्यायालय से अंतरिम आदेश प्राप्त है, लेकिन विवि के कई विभाग पूरी तरह से शिक्षक विहीन हैं। वाणिज्य, इंजीनियरिंग में एक भी स्थाई शिक्षक नहीं है। फार्मेसी में भी दो शिक्षक हैं। इसी के साथ लगभग हर संस्थान में शिक्षकों के पद खाली हैं।
८२५ रुपए अधिकतम मिलता

विवि में कार्यरत शिक्षकों को प्रति व्याख्यान २७५ रुपए भुगतान होता है। एक शिक्षक को एक दिन में अधिकतम ८२५ रुपए राशि का भुगतान का प्रावधान है। एक माह में अधिकतम २० दिन ही कक्षाओं का संचालन होता है। एेसे में एक अतिथि शिक्षक को अधिकतम १५००० रुपए तक भुगतान होता है।
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