फेलोशिप की राशि दिलाने के लिए शोधार्थियों से रुपए वसूलने के मामले में आरोपों से घिरे विक्रम विश्वविद्यालय के सिस्टम इंजीनियर व कम्प्यूटर शाखा प्रभारी विष्णु सक्सेना को मंगलवार को प्रभार से हटा दिया गया। प्रभारी कुलसचिव द्वारा जारी आदेश में उन्हें इस प्रभार से मुक्त करते हुए विवि के तकनीकी अधिकारी डॉ क्षमाशील मिश्र को इसका प्रभार दिया गया।
बता दें, फेलोशिप दिलाने व इसकी प्रक्रिया के नाम पर विवि के सेंटर पर एक निजी व्यक्ति द्वारा विद्यार्थियों से हजारों रुपए एंठे गए हैं। सर्वप्रथम पत्रिका ने विक्रम विश्वविद्यालय में चल रहे इस गड़बड़झाले का खुलासा किया था। खबर के प्रकाशन के बाद विवि में हड़कंप मच गया। उसके बाद छात्र संगठनों ने भी शोधार्थियों से राशि लिए जाने का विरोध करना शुरू कर दिया। लिहाजा मंगलवार को विवि प्रशासन को इस पर एक्शन लेना पड़ा। फिलहाल मामले में अनाधिकृत व्यक्ति या रुपए लेने को लेकर पुलिस में शिकायत नहीं की गई है।
विक्रम विवि में विभिन्न संकाय अंतर्गत अध्ययनरत शोधार्थियों ने विभिन्न योजनाओं में फेलोशिप दिलाए जाने के नाम रुपए मांगने व कुछ ने रुपए लेने की शिकायत दी थी। इसके बाद छात्र संगठनों ने उनके विरोध की आवाज को बुलंद किया। सोमवार को ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने इसके विरोध में जमकर प्रदर्शन किया था और पत्थर से विवि गेट का ताला तोडऩे का भी प्रयास किया था। एेसे में विवि प्रशासन भी हरकत में आया और मंगलवार को प्रभारी कुलसचिव डीके बग्गा ने कम्प्यूटर शाखा प्रभारी विष्णु सक्सेना को प्रभार से हटा दिया। साथ ही मामले में अब विवि प्रशासन अपने स्तर से जांच भी कराएगा।