उज्जैन

उज्जैन के कॉलेज में सभरवाल कांड होते बचा..महिला परीविक्षक के साथ यह हुआ

पॉलीटेक्निक कॉलेज में छात्र को नकल से रोका तो बाहरी युवकों को लेकर कॉलेज में पहुंचा, महिला परीविक्षक से की अभद्रता, पुलिस ने एफआइआर तक नहीं लिखी

उज्जैनJan 04, 2020 / 10:14 pm

जितेंद्र सिंह चौहान

पॉलीटेक्निक कॉलेज में छात्र को नकल से रोका तो बाहरी युवकों को लेकर कॉलेज में पहुंचा, महिला परीविक्षक से की अभद्रता, पुलिस ने एफआइआर तक नहीं लिखी

उज्जैन। माधव कॉलेज में प्रोफेसर के साथ हुई धक्कमुक्की और मौत जैसा घटनाक्रम शनिवार को पॉलीटेक्निक कॉलेज में होते-होते बचा। यहां एक छात्र को जब महिला परीविक्षक ने नकल रोकने से रोका तो उल्टे माफी मांगने की बजाय वह 60-70 बाहरी लड़कों के साथ कॉलेज पहुंचा और परीविक्षक के साथ धक्कामुक्की और अभद्रता की। इन छात्रों के साथ आए कांग्रेसी नेता बबलू खींची ने भी अभ्रदता की। वहीं मामले में पुलिस ने महिला परीविक्षक शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज नहीं करते हुए आठ घंटे तक बैठाए रखा और कहा कि शिकायत की जांच के बाद ही कार्रवाई करेंगे।
पॉलीटेक्निक कॉलेज मेें परीक्षा के दौरान छात्र जीशान अहमद और परीविक्षक तपस्या ठाकुर के बीच विवाद हुआ। परीविक्षक ठाकुर का कहना है कि जीशान फायनल इयर का छात्र है लेकिन प्रथम वर्ष के पेट्रोलियम से जुड़े प्रश्नपत्र की परीक्षा देने आए था। सुबह 11 से 1 बजे के बीच परीक्षा में जीशान आसपास के छात्रों की कॉपियां देख रहा था। उसे पांच-छह बार समझाया लेकिन वह नहीं माना। इस पर उसकी कॉपी ले ली गई। इस पर वह गुस्सा होकर कॉलेज से चला गया और थोड़ी देर बाद 60-70 युवकों के साथ कॉलेज आ गया। उसके साथ आए सारे युवक बाहरी थे। इन्होंने बीच परीक्षा में ही मेरे साथ अभद्रता की। कॉलेज प्राचार्य व अन्य परीविक्षक भी उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन माने नहीं। धक्कामुक्की और जितना अपशब्द बोल सकते थे, वह बोले। बाद में धमकी देकर चले गए। इनके साथ कांग्रेसी नेता बबलू खींची भी था। उसने भी मेरे साथ अभद्रता की। दोपहर में जब इन युवकों के खिलाफ माधवनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। बाद में पुलिस कॉलेज में भी आई और वस्तुस्थिति जानी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। रात ९ बजे तक एफआरआर ही दर्ज नहीं की। इधर, दोपहर में जब तपस्या ठाकुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंची तो कांग्रेस नेता खींची भी साथियों के साथ अजाक थाने पहुंच गया और परीविक्षक पर जाति शब्द बोलने की एफआइआर दर्ज करने का आवेदन दिया। हालांकि पुलिस ने दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं करते हुए जांच की बात कर रही है।
मेरे साथ बदमाश कुछ कर देंंगे फिर लिखेंगे रिपोर्ट
पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज नहीं करने पर परीक्षक ठाकुर ने आपत्ति जताते हुए कहा कि एक महिला रिपोर्ट लिखाने आ रही है लेकिन कार्रवाई नहीं कर रही । जबकि पुलिस को वीडियो फुटेज मुहैया करवाए, कॉलेज के साथी प्रोफेसर भी युवकों की गलती बता रहे हैं लेकिन कुछ नहीं किया जा रहा है। ठाकुर का कहना है कि कांग्रेस नेता के दबाव में पुलिस रिपोर्ट नहीं लिख रही। उन्होंने आईजी राकेश गुप्ता व एसपी सचिन अतुलकर को करीब ५० दफे फोन व एसएमएस किए लेकिन उनकी और से कोई जवाब तक नहीं दिया। ठाकुर ने आशंका जताई कि युवक उनके साथ कोई हरकत करेंगे तब पुलिस क्या रिपोर्ट दर्ज करेगी।
इनका कहना
महिला परीक्षक का शिकायती आवेदन हमने ले लिया है। जांच के बाद निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। वैसे छात्र और महिला परीविक्षक के बीच हॉटटॉक हुई है। थाने पर उन्हें प्रक्रिया के बारे में समझाकर वापस जाने को भी कह दिया है। हमारे ऊपर किसी कांगे्रसी नेता का दबाव नहीं है।
– रविंद्र वर्मा, सीएसपी
मैं ऐसे गंदे काम के लिए कभी फोन नहीं लगाता हूं। मेरी जानकारी मेें है कि महिला परीविक्षक ने भी गलत तरीके से बात की है। फिर भी मैं चाहूंगा कि निष्पक्ष जांच हो और अगर बबलू खींची दोषी है तो उस पर कार्रवाई हो।
– डॉ. बटुकशंकर जोशी, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता
(डॉ. जोशी द्वारा इस मामले में एफआइआर दर्ज नहीं करने संबंधी निर्देश दिए जाने की चर्चा सामने आने पर पत्रिका ने उनसे बात की।)

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.