10 से 60 रुपए तक होगा किराया
ई-रिक्शा संचाल को लेकर प्रारंभिक योजना अनुसार २०० से अधिक ई-रिक्शा महाकाल क्षेत्र में संचालित होंगे। अलग-अलग जगह प्री-पेड बुथ बनाएंगे। चालक का ड्रेस कोड, आइडी कार्ड अनिवार्य होगा। महिलाओं द्वारा पिंक ई-रिक्शा संचालित होंगे। ई-रिक्शा संचालक व नगर निगम के मध्य वित्तीय साझाकरण मॉडल 80 व 20 प्रतिशत रहेगा। किलो मीटर/यात्री की संख्या के आधार पर किराए का निर्धारण। न्यूनतम किराया 10 व अधिकतम 60 रूपए रहेगा, जीपीएस, अग्निशमन यंत्र, प्राथमिक चिकित्सा किट होगी। ई-रिक्शा की यूनिक संख्या व रूट का आवंटन होगा
बसें ठीक से चली नहीं, स्टॉफ पर करेंगे खर्च
शहर को वर्षों से सब्जबाग दिखा रही यूसीटीएसएल बेहतर लोक परिवहन सेवा देने में फैल रही है। इसके बावजूद कंपनी के कार्यों को संपादित करने का हवाला देकर एक बार फिर कर्मचारियों की नियुक्त का निर्णय लिया है। इसमें चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर व अन्य शामिल रहेंगे। बता दें कि पूर्व में एक सेवानिवृत्त अधिकारी को यूसीटीएसएल का जिम्मा दिया था लेकिन शहर इसका कोई लाभ नहीं मिला। ऐसे में आशंका यह भी है उक्त निर्णय सफेद हाथी रखना साबित न हो जाए।
बैठक में यह भी
– जीसीसी मॉडल (ग्रास कोस्ट मॉडल) पर इलेक्ट्रिक बसो का संचालन होगा। पहले फेज में 30 इलेक्ट्रिक बसे लेंगे। 20 बस शहरी मार्गों पर चलाई जाएंगी। 10 बसे नेट कास्ट मॉडल पर अंर्तशहरी चलाएंगे। शासन को प्रस्ताव भेजने की सेद्धांतिक मंजुरी दी।
– पीपीपी योजना अंतर्गत इलेक्ट्रिक स्कूटर के संचालन की ई-निविदा जारी करने पर सहमति। श्रद्धालु व पर्यटक न्यूनतम दर पर किराए पर ले सकेंगे। हालांकि इसके लिए पूर्व में भी टेंडर जारी हो चुके हैं।
– शेष २५ सिटी बसों के संचालन को लेकर टेंडर पर चर्चा हुई।