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नगर निगम में लगी करियर बनाने की पाठशाला….विद्यार्थियों को मिले कुछ खास टिप्स

locationउज्जैनPublished: Jun 04, 2018 12:58:52 am

Submitted by:

Lalit Saxena

निगम ने पहली बार किया कॅरियर गाइडेंस प्रोग्राम, विशेषज्ञों ने दिया मार्गदर्शन

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निगम ने पहली बार किया कॅरियर गाइडेंस प्रोग्राम, विशेषज्ञों ने दिया मार्गदर्शन

उज्जैन. नगर निगम ने रविवार को विद्यार्थियों के लिए कॅरियर गाइडेंस प्रोग्राम किया। निगम द्वारा पहली बार आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थी और परिजन शामिल हुए। विषय विशेषज्ञों से चर्चा कर विद्यार्थियों ने जाना कि भविष्य में कौन सा कोर्स या किस प्रकार की पढ़ाई कर वह अपने सपनों की मंजिल हासिल कर सकते हैं।
निगम परिषद हाल में आयोजित कॅरियर गाइडेंस प्रोग्राम में प्रशिक्षक वरुण गुप्ता, मुकेश सोनी, कल्याण शिवहरे, जय जागरी और जीएल परमार ने विद्यार्थियों के सवालों का जवाब देकर मार्गदर्शन किया। किसी विद्यार्थी ने वर्तमान की बेहतर फील्ड की जानकारी ली तो किसी ने १०वीं के बाद विषय चयन को लेकर सवाल किए। कई विद्यार्थियों ने पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी बनने के लिए संबंधित प्रतियोगिता परीक्षाओं के बारे में जाना। सातवीं कक्षा के प्रिंस ने कहा, मैं अपनी टेक्नालॉजी विकसित कर विश्व में प्रोजेक्ट करना चाहता हूं, मुझे क्या करना चाहिए।
इसी प्रकार आयुषी जोनवाल, सृष्टि तिवारी, पार्षद प्रमिला मीणा सहित अन्य विद्यार्थियों ने भी कॅरियर निर्माण को लेकर अपनी जिज्ञासाएं शांत की। कार्यशाला में सामान्य प्रशासन समिति प्रभारी नीलू रानी खत्री, जोन अध्यक्ष बुद्धिप्रकाश सोनी, पार्षद रिंकू बैलानी, लीला वर्मा, उपायुक्त मनोज पाठक भी मौजूद रहे। संचालन जनसंपर्क अधिकारी अहमद रईस निज़ामी ने किया।
सफलता से अधिक महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में आना
कार्यक्रम में महापौर मीना जोनवाल ने बताया, परिवार में बच्चों ने जब अपने भविष्य को लेकर कुछ प्रश्न किए और अपनी उलझने मेरे सामने रखीं तो लगा कि एेसी ही उलझन अन्य बच्चों को भी होती होगी। शहर के बच्चों को सही मार्गदर्शन मिल सके इसलिए यह आयोजन किया गया है, जिसे आगे भी जारी रखेंगे। विद्यार्थियों ने निगमायुक्त प्रतिभा पाल से भी कई सवाल किए। उन्होंने प्रतियोगी परीक्षा का किस्सा सुनाते हुए कहा, प्रतियोगिता में सफल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है, प्रतियोगिता में स्वयं को खड़ा करना। क्योंकि इससे हम जीतते हैं या हार कर बहुत कुछ सीखते हैं और यही सीख सफलता की बुनियाद होती है।
पेयजल की समस्या, काउंसलिंग से फिजूलखर्ची
निगम नेता प्रतिप्रक्ष राजेंद्र वशिष्ठ के अनुसार शहर में पेयजल संकट सहित अन्य कई समस्याओं से जनता जूझ रही है। महापौर व निगम भाजपा बोर्ड इन मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए बच्चों को मार्गदर्शन देने का झूठा प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने काउंसलिंग को फिजूलखर्ची करार देते हुए ऐसे कार्यक्रम पर रोक लगाने के लिए निगमायुक्त को पत्र लिखा।

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