script

आर्मी दिवस स्पेशल ; 18 साल सेना में सेवा दी, रिटायर्ड हुए तो तैयार कर रहे जवान

locationउज्जैनPublished: Jan 14, 2018 11:21:51 pm

Submitted by:

Gopal Bajpai

सेना में 18 साल देशसेवा करने के बाद जब सेवानिवृत्त होकर लौटे तो यहां युवाओं को सेना की तैयारी के लिए उचित प्लेटफॉर्म न देखकर उन्हें नि:शुल्क प्रशिक्षि

patrika

सेना में 18 साल देशसेवा करने के बाद जब सेवानिवृत्त होकर लौटे तो यहां युवाओं को सेना की तैयारी के लिए उचित प्लेटफॉर्म न देखकर उन्हें नि:शुल्क प्रशिक्षि

आशीष सिंह सिकरवार
उज्जैन. सेना में 18 साल देशसेवा करने के बाद जब सेवानिवृत्त होकर लौटे तो यहां युवाओं को सेना की तैयारी के लिए उचित प्लेटफॉर्म न देखकर उन्हें नि:शुल्क प्रशिक्षित करने की शुरुआत की। युवाओं को थ्योरी के साथ ही फिजिकल टे्रनिंग देकर सेना के योग्य बना रहे हैं। हम बात कर रहे हैं गणेश नगर निवासी पूर्व सैनिक रामसिंह जौदान की, जो शहर के युवाओं में देशप्रेम का अलख जगाकर उन्हें सेना में जाने के लिए तैयार कर रहे हैं। जादौन ने विष्णुसागर के पास खाली मैदान में साल २०१५ में चार लड़कों के साथ शुरुआत की और आज यह कारवां करीब २०० से ऊपर हो गया है। बकौल जादौन उनके यहां से प्रशिक्षण लेने के बाद ७४ से ज्यादा युवाओं का सेना सहित अन्य जगह चयन हुआ है। इनमें ६० युवा सेना में, ७ सीआरपीएफ , ४ बीएसएफ, ७ मप्र पुलिस में चयनित हुए हैं।
कठिनाइयों भरा रहा जीवन
जादौन का जीवन कठिनाइयों भरा रहा। शुरुआत में उन्होंने किराना दुकान में काम किया। इसके बाद दूध का व्यवसाय किया और आखिरकार २६ अक्टूबर १९९५ को सेना में चयन हुआ। चयन पायनियर कोर में हुआ और ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग सिक्किम के नाथूला में हुई। जादौन २०१३ में सेना से सेवानिनृत्त हुए। वे अभी यूको बैंक में सिक्योरिटी गार्ड हैं।
पूरा परिवार सेना को समर्पित
जादौन का पूरा परिवार सेना को समर्पित है। दादा चौरजीसिंह राजा की सेना में थे। पिता बनेसिंह ने १९६५ व १९७१ के युद्ध में भाग लिया। चाचा छोटू सिंह ने भी सेना में सेवा दी। दो भाई राजेंद्रसिंह और सुरेंद्रसिंह वर्तमान में सेना में सेवा दे रहे हैं।
२१ बार किया रक्तदान
४१ साल के जादौन सामाजिक कार्यों में भी आगे रहते हैं। वे २१ बार रक्तदान कर चुके हैं। उन्होंने पत्नी सरोज के साथ नेत्रदान का फॉर्म भी भरा है। साथ ही ने हर वर्ष समाज की ११ बालिकाओं को पाठ्य सामग्री दिलवाते हैं। सर्दी में गरीबों को गर्म वस्त्रों का दान करते हैं।
इनका हुआ चयन
भूपेंद्रसिंह जादौन २०१५ में सेना, अंशुल बोरसला २०१६ में सेना, रवि राय सेना, मनीष पाठक सेना, अंकित पाटीदार सहित दो साल में करीब ६० युवाओं को सेना में चयनित करवाया है।

ट्रेंडिंग वीडियो