उज्जैनPublished: Oct 16, 2019 08:43:57 pm
Mukesh Malavat
मंगलवार रात से बनी सर्वर डाउन की स्थिति बुधवार सुबह 11 बजे तक रही
Trade loss of 14 thousand crores till now due to farmer movement
आगर-मालवा. कृषि उपज मंडी में व्यापारियों द्वारा खरीदी जाने वाली उपज को अन्यत्र भेजने के लिए मंडी में व्यापारियों के गोदाम से भराए दर्जनों ट्रक सर्वर डाउन होने की वजह से मंडी से बाहर नहीं निकल पाए, जिसके कारण कई व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
सोयाबीन की आवक बढऩे के साथ ही कृषि उपज मंडी में कामकाज भी बढ़ चुका है। मंडी का गेटपास से लेकर अन्य अनुज्ञा से जुड़ा हुआ कामकाज ऑनलाइन होता है और सर्वर डाउन होने की वजह से काफी परेशानियां भी निर्मित हो जाती है। कुछ इसी तरह की स्थिति मंगलवार रात को कृषि उपज मंडी में निर्मित हो गई। दर्जनों व्यापारियो के गोदाम पर उपज भरने के लिए ट्रक लगाए गए। ट्रकों में उपज भरी गई और जैसे ही मंडी प्रवेश द्वार पर ट्रक पहुंचे तो सर्वर डाउन होने की वजह से किसी भी ट्रक का गेटपास नहीं बन पाया। गेटपास न होने की वजह से ट्रक मंडी परिसर से बाहर नहीं जा पाए। पूरी रात सर्वर डाउन रहा। बुधवार सुबह 11 बजे तक भी सर्वर से कामकाज नहीं हो पाया। मंडी व्यापारी वायदे के सौदे करते है और निर्धारित समय पर उपज को वायदे अनुसार संबंधित के यहां भेजना पड़ती है। निर्धारित समय टल जाने पर भाव में उतार-चढ़ाव की स्थिति बन जाती है। समय से ट्रक बाहर न निकलने की वजह से कई व्यापारियों के वायदे भी खराब हुए। जब इस संबंध में मंडी सचिव सुरेन्द्र कुमार रावत से चर्चा की तो उन्होने बताया कि मंगलवार रात करीब 10 बजे तकनीकी परेशानी की वजह से पूरे प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में सर्वर डाउन हो गया था, जिसकी वजह से ऑनलाईन होने वाले तमाम कार्य अवरूद्ध हो गए। सर्वर पुन: चालू होने पर प्रक्रिया आरंभ हो गई अब कोई समस्या नहीं है।
9 हजार 400 बोरी की हुईआवक
धीरे-धीरे सोयाबीन की आवक का इजाफा कृषि उपज मंडी में होता जा रहा है। मंगलवार को 9 हजार बोरी की आवक रही थी और बुधवार को 9 हजार 400 बोरी की आवक कृषि उपज मंडी में रही है। बुधवार को सोयाबीन का भाव 3 हजार से 3750 के बीच रहा। हालांकि अक्टूबर माह में दशहरा एवं दीपावली के बीच आगर मंडी में सोयाबीन की औसत आवक करीब 15 हजार बोरी रहा करती है, लेकिन इस बार अतिवर्षा की वजह से आवक में खासी गिरावट देखी जा रही है।