सोमवार को कन्या महाविद्यालय में लालिमा दिवस पर विशेष आयोजन हुआ। इसमें पोषण से स्वास्थ्य विषय पर जागरुकता को बढ़ावा देने के लिए सुबह 11 बजे से परामर्श सत्र का प्रारंभ हुआ। राजीव गुप्ता ने कहा, वर्तमान में हम खान-पान में पोषक खाद्य पदार्थों के स्थान पर जो मिल जाता है वह खाना खा रहे हैं, जिसके कारण किशोरी बालिकाओं में कुपोषण व एनीमिया जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हमारे सामने आ गयी है। इन्हें संतुलित और पौष्टिक आहार से दूर कर सकते हैं। न्यूट्रीशन इंटरनेशनल के संभागीय समन्वयक बृजमोहन दुबगे ने बताया, सेहत सस्ती है लेकिन बीमारी महंगी। इसे हम सबको समझना होगा। स्वास्थ्य सम्बन्धी बीमारियों को मल्टी विटामिन की गलियों से दूर करने की जगह हमें अपने खान पान में बदलाव लाते लाना होगा। कार्यक्रम में सीडीपीओ रीना अधुर्व, अर्चना जैन, सरिता यादव व सीमा उपाध्याय आदि मौजूद थे। सत्र स्थल पर लालिमा थाली का आयोजन किया गया। इसमें शहरी क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा टीएचआर से बनी थाली, विभिन्न प्रकार के सलाद आदि का प्रदर्शन किया गया। लालिमा थाली निर्मित करने के लिए प्रथम पुरस्कार अर्चना भाटिया, द्वितीय पुरुस्कार रेनू लीनवाल व तृतीय पुरस्कार रेखा डोंडिया को दिया गया। कार्यक्रम में प्रश्न मंच भी आयोजित हुआ। इसमें वर्षा चौहान, दीपशिखा, आफरीन, अक्षता, शीतल, जया, रीना, वंदना, अंजलि व निशा को पुरुस्कृत किया गया।
इस तरह दूर करें विटामिन की कमी
विटामिन ए- विटामिन ए की कमी से आंख, त्वचा, व शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में कमी आ जाती है। भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, अंकुरित अनाज, फल, अंडे, दूध व दूध से बने पदार्थो को शामिल कर इस कमी को दूर किया जा सकता है।
विटामिन सी- भोजन में विटामिन सी विशेष महत्व है। इसके सेवन से भोजन में उपलब्ध आयरन का अवशोषण बढ़ जाता है इसी कारन हमारे नियमित भोजन में खट्टी चीजों का सेवन बढ़ाना है। चाय- भोजन के दो घंटे पूर्व चाय-काफी व कोल्ड ड्रिंक आदि नहीं लेना चाहिए।