स्थानीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान अब संभागीय आइटीआई में परिवर्तित किया जा रहा है। इसके लिए 27 करोड़ की लागत से नया संभागीय आइटीआई भवन बनाया जा रहा है। अगले मार्च तक हैंडओवर होने वाले इस भवन को सिंगापुर की कंपनी की देखरेख में बनाया जा रहा है। कंपनी अपने कंसलटेंट के माध्यम से एडवांस मशीनरी, वर्कशॉप बना रही है।
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24 ट्रेड होंगे, हाई सैलरी पर 100 फीसदी प्लेसमेंट
नए संभागीय आइटीआई में करीब 24 ट्रेड में पढ़ाई करवाई जाएगी। वर्तमान में संचालित 19 ट्रेड के अलावा पांच नए ट्रेड शुरू होंगे। इसमें मेशन, प्लंबर, कारपेंटर, ड्राफ्टमैन सिविल, पेंटर जनरल कोर्स शामिल होंगे। आइटीआई में एडवांस ट्रेनिंग होगी लिहाजा यहां 100 फीसदी प्लेसमेंट तो होगा ही वेतन भी अधिक मिलेगा। संभागीय आइटीआई में एक समय में करीब 1250 विद्यार्थी ट्रेनिंग ले सकेंगे।
कपनी जैसे कारीगर मांगेगी वैसी ट्रेनिंग
संभागीय आइटीआई में कंपनियों को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां अल्प अविध के कोर्स भी रहेंगे। यदि कोई कंपनी अपने खास मशीन के संचालन करने के लिए कारीगर मांगेगी तो उसी अनुरूप ट्रेनिंग देकर उसे तैयार किया जाएगा। वहीं कारपेंटर, प्लंबर, पेंटर जनरल जैसे कोर्स तो ऐसे हैं, जो कम समय में प्रशिक्षित होकर रोजगार मुहैया हो सकेगा।
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मप्र शासन के विदेशी कंपनी के टाइअप के चलते यह सुविधा मिल रही है, कंपनी के प्रतिनिधि फैकल्टी को ट्रेनिंग भी दे चुके हैं। अब एडवांस मशीनरी से लेकर फैकल्टी और विद्यार्थियों को ट्रेनिंग मिल सकेगी। अगले वर्ष जब संभागीय आइटीआई शुरू होगा तो यह कंपनी विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय ट्रेनिंग दिलवाएगी। इसके लिए फैकल्टी को भी ट्रेंड किया जाएगा। कंपनी ने कुछ फैकल्टी को ट्रेंड करने के लिए वर्कशॉप भी लगा चुकी है। आइटीआई के अधिकारी बता रहे हैं कि अगले दो वर्षों में उजैन संभाग के लिए कौशल विकास का बड़ा केंद्र बन जाएगा। इससे संभाग के विभिन्न जिलों के आइटीआई के विद्यार्थी और प्रशिक्षकों को भी यहां से ट्रेनिंग मिलेगी।