उज्जैन. भूमिपुत्र भगवान मंगलनाथ का दर्शन पूजन करने आने वाले भक्तों को परेशान होना पड़ रहा है, क्योंकि यहां सीढिय़ों पर न मैटी बिछा रखी है और न ही शेड लगाए हैं, ऐसे में बारिश के समय फिसलन की स्थिति बन रही है। सावन माह में प्रति मंगलवार भूमि पुत्र भगवान मंगलनाथ मंदिर में दर्शनार्थियों का सैलाब उमड़ता है। यहां होने वाली भात पूजा और कालसर्प दोष निवारण पूजा के लिए बड़ी संख्या में भक्त दूर-दूर से आते हैं। साथ ही सामान्य रूप से दर्शन करने वालों की भी संख्या अधिक रहती है। ऐसे में बारिश के दिनों में मंदिर प्रबंधन द्वारा दर्शनार्थियों के लिए खास इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिससे उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। प्रवेश से अंदर तक नहीं है शेड की व्यवस्था मंदिर में दो प्रवेश द्वार हैं, एक पुराना तथा दूसरा सिंहस्थ के दौरान नया बना है। यहां से अंदर तक आने वाले दर्शनार्थियों को बारिश में भीगना पड़ रहा है। खासकर महिलाओं और बच्चों को इस वजह से अधिक परेशानी होती है। सीढिय़ों पर फिसलन की स्थिति मंदिर में प्रवेश करते समय सीढिय़ों पर फिसलन की स्थिति बनी हुई है। यहां प्लास्टिक की मैटी लगना चाहिए थी, वह ऊपर मंदिर प्रांगण में लगा रखी है, लेकिन सीढिय़ों पर नहीं, इससे बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को फिसलने का डर बना रहता है। हमने 15 दिन पहले मंदिर अध्यक्ष एसडीएम मुनीष सिंह सिकरवार को समस्या बताई थी और मैटी की मांग की थी, लेकिन अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाई। – एनएस राठौर, मंगलनाथ मंदिर प्रशासक मंदिर में समस्याओं के संबंध में मुझे जानकारी दी गई थी, जल्द ही सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। मुनीष सिंह सिकरवार, एसडीएम, मंगलनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष मंदिर की दानपेटी में ४ लाख से अधिक राशि प्राप्त उज्जैन. भगवान मंगलनाथ मंदिर में लगी चार दानपेटियों को नायब तहसीलदार की उपस्थिति में गुरुवार को खोला गया। मंदिर प्रबंधक एनएस राठौर ने बताया मंदिर परिसर में करीब 4 दानपेटियां लगी हैं, जो 7-8 महीने बाद खोली गई, जिनमें से 4 लाख ६८ हजार ८३४ रुपए प्राप्त हुए।
Home / Ujjain / इस मंदिर में आस्था की डगर पर लापरवाही की फिसलन