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एक तो महंगा पेट्रोल और पंप वाले इस तरह कर रहे चोरी

locationउज्जैनPublished: Oct 01, 2018 12:32:40 am

Submitted by:

Lalit Saxena

पेट्रोल-डीजल भरने में चोरी, 10 लाख के स्टॉक सहित पंप की नोजल सील, नमूने भी जंचेंगे

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तीन बत्ती चौराहा स्थित सीपी शाह पेट्रोल पंप पर खाद्य आपूर्ति व नाप तौल विभाग की संयुक्त कार्रवाई
उज्जैन। पंप पर रीडिंग चेक कर हम मान लेते हैं कि पेट्रोल मात्रा हमें सहीं मिली, लेकिन हकीकत इससे उलट है। शहर के कुछ पेट्रोल पंप संचालक इसकी चोरी करते हैं। यानी जितना दिखता है उतना पेट्रोल-डीजल मिलता नहीं। इससे पहले से महंगा पेट्रोल खरीद रहे लोगों को दोहरी मार पड़ रही है। एेसा ही मामला तीन बत्ती चौराहा स्थित सीपी शाह पेट्रोल पंप पर पकड़ में आया। पंप के स्टॉक रजिस्ट्रर व बिक्री के मिलान पर टैंक में पेट्रोल-डीजल अधिक मिला। इसे शार्ट डिलिवरी मानते हुए जिला खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम ने पंप की एक नोजल सील कर १० लाख का स्टॉक जब्ती में लिया। साथ ही नमूने लिए गए, जो लैब में जांच के लिए भेजे जाएंगे। मौके पर नाप-तौल टीम की बुलाई लेकिन मापक यंत्र उपलब्ध नहीं होने से अब आगामी दिनों में बारीकी से मशीन की जांच होगी।
कम पेट्रोल-डीजल दिए जाने की शिकायत पर खाद्य आपूर्ति नियंत्रक मोहन मारू ने सीपी शाह पंप पर छापा मारा। स्टॉक मिलान पर गड़बड़ी पाई जाने पर आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा ३/७ अंतर्गत पंप संचालक के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध भी किया। टीम ने मौके पर ही पंप के मापक से पेट्रोल की मात्रा चेक की। मापक के टेढ़ा होने से ६० एमएल का अंतर पाया गया। बाद में नापतौल टीम बुलाई, लेकिन मापक नहीं मिल पाने से स्पष्ट चेकिंग नहीं हो पाई। कार्रवाई में एसआर बरडे, जेएसओ नारायण मुवेल, समद खान आदि शामिल रहे। सील करने के साथ ही पंप की सील नोजल से बिक्री बंद करा दी गई।
नमूने जाएंगे लैब, मिलावट हुई तो कार्रवाई
टीम ने पंप से पेट्रोल-डीजल के नमूने भी लिए हैं। इन्हें भोपाल, बकानिया अन्य अधिकृत लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। यदि इन पदार्थों में किसी भी तरह की मिलावट पाई जाती है तो पंप संचालक के विरुद्ध कार्रवाई होगी। इसकी रिपोर्ट एक से डेढ़ माह में आएगी। बता दें, दो वर्ष पहले भी गड़बडि़यों के चलते तत्कालीन कलेक्टर कवींद्र कियावत ने इस पंप को सील कराया था।
आप भी जांच सकते हैं मात्रा, ग्राहक का अधिकार
जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी मारू के अनुसार कोई भी ग्राहक मात्रा में शंका होने पर संबंधित पंप से ५ लीटर वाले मापक में पेट्रोल-डीजल भरवाकर संतुष्टी कर सकते हैं। ये उपभोक्ता का अधिकार है, इसमें संचालक आनाकानी करें तो विभाग में शिकायत की जा सकती है। हर पंप पर ५ लीटर का माप उपलब्ध रखना अनिवार्य है।
– साफ-सुथरे पब्लिक टॉयलेट
– एयर कंप्रेशर मशीन चालू हालत में
– पीने का स्वच्छ पानी
– शिकायत एवं सुझाव पुस्तिका अनिवार्य है।

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