नर्मदा जल आने की स्थिति बनने पर रोज मिलेगा पानी
शहर में फरवरी से जलप्रदाय रोज हो या एक दिन छोड़कर इस पर 28 जनवरी को होने वाले निगम के विशेष सम्मेलन में निर्णय होगा। एमआइसी में पारित इस ठहराव को सदन के समक्ष रखा जाएगा। बहुमत से जो तय होगा उस अनुसार जलप्रदाय व्यवस्था निर्धारित होगी। पीएचई इइ द्वारा दिए प्रस्ताव में यह भी बिंदु दिया गया है कि यदि नर्मदा से २५० एमसीएफटी पानी आ जाता है, तो अगले मानसून सीजन तक रोज जलप्रदाय में दिक्कत नहीं आएगी। इधर निगम की गोशाला में ७६ गायों की मौत व अव्यवस्थाओं पर विपक्ष भाजपा बोर्ड को घेरेगा। इस मुद्दे पर हंगामे के भी आसार हैं।
करीब 4 माह के अंतराल के बाद आहूत हो रहे विशेष सम्मेलन में यूं तो कोई खास मुद्दे नहीं है। आचार संहिता के मद्देनजर हुए कार्तिक मेला आयोजन व इसमें हुए कार्यक्रमों की स्वीकृति, निगम स्वामित्व के कॉम्प्लेक्स में दुकानों के नामांतरण, कर्मियों के अवधिवृद्धि प्रकरण सहित अन्य मुद्दे एजेंडे में शामिल हैं। सुबह ११ बजे से सदन की कार्रवाई शुरू होगी। शुरुआत में प्रश्न काल होगा, जिसमें पार्षदों द्वारा पूछे प्रश्नों के जवाब प्रस्तुत किए जाएंगे।
सभापति व निगमायुक्त नहीं रहेंगे, प्रभारी बनाए
निगम के विशेष सम्मेलन में निगम सभापति सोनू गेहलोत व निगमायुक्त प्रतिभा पाल नहीं रहेंगे। गेहलोत शहर से बाहर होने व पाल अवकाश पर रहेंगे। गेहलोत ने सम्मेलन के लिए अध्यक्षीय पैनल तय की है, जिसमें एमआइसी मेंबर सत्यनारायण चौहान व नेता पक्ष राजश्री जोशी को नामांकित किया है। बकौल गेहलोत कि मैं २८ को बाहर रहूंगा। यदि शहर आ गया तो ठीक अन्यथा पैनल अध्यक्ष का कार्यभार देखेगी। इधर निगमायुक्त भी शुक्रवार से चार दिन के अवकाश पर गई हैं, जिसके चलते प्रभारी निगमायुक्त के रूप में मनोज पाठक सदन की कार्रवाई संचालित कराएंगे।