सोमवार को स्टेट हाईवे क्रमांक 17 पर सुबह भीषण हादसा हो गया। सीमेंट से भरा ट्राला, ईंटों से भरा ट्रक और बस की टक्कर हो गई। यह घटना उज्जैन-जावरा मार्ग के बीच खाचरौद के समीप ग्राम मीण फंटे के सामने हुई है। दुर्घटना के बाद ट्रकों में आग लग गई, जिससे तीन लोग जिंदा जले हैं, जबकि बस में सवार करीब 25 से अधिक यात्रियों को गंभीर चोट आई है, जिन्हें जावरा, रतलाम, इंदौर व अन्य अस्पतालों में तत्काल रैफर किया गया है।
तीन लोग जले जिंदा
बस ओर ट्राले की हुई है। इसमें बस जल गई। तीन लोगों के जिंदा जलने की खबर है। बड़ावदा खाचरोद मार्ग पर मीण फंटे पर यह घटना हुई है। रातडिय़ा ट्रेवल्स की बस है। जो मंदसौ से इंदौर के लिए चलती है।
दो दिन पहले इंदौर रोड पर भी हुआ था हादसा
उज्जैन. दो दिन पहले इंदौर रोड फोरलेन पर भी बस पलटी खा गई थी। इंदौर में पहले नंबर पर बस लगाने के चक्कर में तेज रफ्तार में दौड़ रही बाणेश्वरी ट्रेवल्स की बस शनिवार सुबह ८.१० बजे के लगभग मेघदूत ढाबे के सामने डिवाइडर पर चढऩे के बाद पलट गई। यात्रियों ने 5 मिनट पूर्व ही ड्राइवर को चेताया था कि बस धीमी चलाओ फिर भी वह नहीं माना और तेज रफ्तार में बस को दौड़ाता रहा। कुछ दूर चलने के बाद ही बस असंतुलित होकर पलट गई। हादसे में 5 यात्री गंभीर घायल हुए हैं, जबकि एक दर्जन लोगों को मामूली चोट आई है। घायलों को विभिन्न हॉस्पिटल में भर्ती किया है। नानाखेड़ा थाना पुलिस के अनुसार हादसा चालक की लापरवाही और तेज रफ्तार में बस चलाने से हुआ है, जो हादसेे के बाद वहां से भाग निकला। सूचना पर तुंरत राहत दल मौके पर पहुंचा और क्रेन की मदद से बस को खड़ा किया गया। इस बीच इन्दौर-उज्जैन रोड पर भारी जाम लग गया। करीब एक घंटे बाद धीरे-धीरे जाम खुल पाया।
यात्रियों की जिंदगी से खेल रहा था ड्राइवर
बस में यात्रा कर रहे ऋषिनगर निवासी आदित्य शर्मा ने बताया कि सुबह ०8.०५ बजे बस एमपी 09 एफए 8808 नानाखेड़ा से इंदौर के लिए रवाना हुई थी, जबकि बस को 8 बजे छूटना था। सवारी बैठाने के चक्कर में बस 5 मिनट लेट हुई, इस समय को कवर करने के लिए परिचालक और चालक के बीच बात हुई। बाद में ड्राइवर 100 से अधिक गति से बस दौड़ाने लगा। कैबिन में बैठे लोगों ने उसे रोका भी की बस धीमी चलाओ पर वह नहीं माना और बस का अगला पहिया तेज रफ्तार में डिवाइडर पर चढ़ गया, जिससे बस पलट गई, बस में ६० से ज्यादा यात्री सवार थे, सभी में चीख पुकार और भगदड़ मच गई। यात्रियों को राहगीरों ने बाहर निकाला और कुछ वाहनों की मदद से अस्पताल पहुंचाया।