scriptरद्दी के इस्तेमाल के लिए उठाया से कदम | Steps taken for the use of scrap | Patrika News

रद्दी के इस्तेमाल के लिए उठाया से कदम

locationउज्जैनPublished: Oct 15, 2019 12:28:28 am

Submitted by:

rishi jaiswal

सरकारी दफ्तरों में स्वच्छता मिशन में रचनात्मक गतिविधि अंतर्गत नया प्रयास, शासकीय भवनों में लगेंगे संग्रहण बॉक्स

रद्दी के इस्तेमाल के लिए उठाया से कदम

सरकारी दफ्तरों में स्वच्छता मिशन में रचनात्मक गतिविधि अंतर्गत नया प्रयास, शासकीय भवनों में लगेंगे संग्रहण बॉक्स

उज्जैन. शासकीय दफ्तर, बंगले आदि से हर महीने बड़ी मात्रा में खराब कागजों की रद्दी निकलती है। इनका कोई उपयोग नहीं होता और बतौर कचरा इन्हें जला या फेंक दिया जाता है। नगर निगम अब एेसे अनुपयोगी कागजों का भी बेहतर उपयोग करेगा। कचरा बनने वाले इन कागजों से निगम फाइल कवर व पेपर डिस्पोजल आइटम तैयार करेगा। इसके साथ ही नाई की दुकानों से निकलने वाले खराब बालों से अमिनो एसिड बनाने का भी प्रस्ताव है।
स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत नगर निगम ने वेस्ट से बेस्ट की अवधारणा को चरितार्थ करने के लिए इस बार कार्यालयों से निकलने वाले रद्दी कागजों को बहुउपयोगी बनाने की योजना तैयार की है। दरअसल शासकीय कार्यालय, अधिकारी-कर्मचारियों के शासकीय आवास, शैक्षणिक स्थान आदि में विभागीय कार्यों के लिए बड़ी मात्रा में कागजों का उपयोग होता है। इनमें से एक बड़ा भाग कुछ समय बाद अनुपयोगी होकर रद्दी बन जाता है। जिसे बाद में जला या फेंक दिया जाता है। इससे कचरा तो बढ़ता ही है, कागजों का री-यूज भी नहीं हो पाता। निगम ने इस वेस्ट को बेस्ट में तब्दील करने की योजना तैयार की है। इसमें एेसे शासकीय कार्यालय, भवन आदि से निकलने वाली रद्दी को संग्रहित कर पुन: उपयोग में लाया जाएगा। एसबीएम नोडल अधिकारी पवन कुमार के अनुसार प्राथमिक स्तर पर योजना की रूपरेखा तैयार कर ली गई है और जल्द ही इसकी शुरुआत की जाएगी।
हर १५ दिन में होका कलेक्शन
योजनानुसार प्रमुख शासकीय कार्यालय, बंगले आदि पर निगम कलेक्शन बॉक्स स्थापित करेगा। इन डिब्बों में कार्यालय से निकलने वाले खराब कागज जमा किए जाएंगे। बॉक्स में जमा कागजों को प्रत्येक १५ दिन में निकालकर मक्सीरोड स्थित क्लॉथ री-साइकिल यूनिट पहुंचाया जाएगा। यहां इन कागजों से फाइल पेड, फाइल कवर, पेपर प्लेट व अन्य पेपर डिस्पोजल आइटम तैयार किए जाएंगे।
बालों से अमिनो एसिड पर भी विचार
शहर में नाई की दुकानों से बड़ी मात्रा में रोज खराब बाल निकलते हैं, जिन्हें कचरे में फेंक दिया जाता है। निगम ने इन बालों को भी री-यूज करने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके अतंर्गत पीपीपी मॉडल में बालों से अमिनो एसिड तैयार करने का प्लांट स्थापित होगा। दुकानों से बाल संग्रहित कर अमिनो एसिड बनाया जाएगा जो खेती में उर्वरकता बढ़ाने, खाद बढ़ाने आदि में उपयोग होता है। हालांकि इस प्रोजेक्ट में व्यवहारिक कठिनाइयां आने की आशंका है। प्रोजेक्ट पीपीपी मॉडल पर होगा। इसलिए सबसे पहले सहयोगी कंपनी की जरूरत होगी। अमिनो एसिड की बाजार में खपत हो, इसको लेकर भी संशय है। एेसे में फिलहाल इस प्रस्ताव पर ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका है।
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