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होंगे कामयाब: प्रदेश की पहली मौत यहां हुई, फिर ऐसी सजगता दिखाई कि टूट गई कोरोना की चेन

locationउज्जैनPublished: Apr 17, 2020 12:45:40 pm

Submitted by:

anil mukati

हॉट स्पॉट जांसापुरा की कहानी: एक ही परिवार के छह लोग मिले थे कोरोना पॉजिटिव

होंगे कामयाब: प्रदेश की पहली मौत यहां हुई, फिर ऐसी सजगता दिखाई कि टूट गई कोरोना की चेन

हॉट स्पॉट जांसापुरा की कहानी: एक ही परिवार के छह लोग मिले थे कोरोना पॉजिटिव

उज्जैन. जांसापुरा…यह वह क्षेत्र है, जहां प्रदेश की पहली कोरोना संक्रमित महिला मरीज की मौत हुई थी, यहीं से एक ही परिवार के छह लोग कोरोना पॉजिटिव निकले थे, बीते 22 दिन में यहां अब सब कुछ बदला हुआ है। क्षेत्र में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक रखी है। यहां लोगों की आवाजाही रोकने के लिए चौराहे व गलियों में सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए हैं। क्षेत्र में लगातार ड्रोन भी उड़ाए जा रहे हैं। लोग बाहर भी निकलते हैं तो कैमरों की निगाह उन पर पड़ जाती है, तो कंट्रोल रूम से अनाउंस कर उन्हें वापस लौटाया जा रहा है। वहीं स्वास्थकर्मी लगातार सर्वे कर रहे हंै और प्रशासन हर दिन की रिपोर्ट पर कार्रवाई कर रहा है। यही वजह है कि कोरोना का हॉटस्पॉट बना जांसापुरा में अब स्थिति सामान्य होती दिख रही है।
शहर में 25 मार्च को जांसापुरा निवासी 65 वर्षीय महिला की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई थी। प्रदेश में यह पहली मौत थी। इसी के बाद से पूरे शहर में हड़कंप मच गया था। प्रशासन ने संक्रमण को रोकने के लिए क्षेत्र को सील करते हुए लोगों की आवाजाही बंद की थी। वहीं स्वास्थ्य विभाग की जांच में मृत महिला के परिवार से परिवार से ही पति, बेटे, पोते व पोतियां सहित कुल छह लोग पॉजिटिव निकले थे। इसके बाद से ही क्षेत्र में विशेष निगरानी शुरू की गई थी। चूंकि पूरा क्षेत्र सघन बस्ती होकर पिछड़ा है। वहीं लोग संक्रमण के बावजूद भी क्षेत्र में घूमते दिखाई दे रहे थे। अंदेशा था कि इससे संक्रमण और फैल सकता है। लिहाजा इसे रोकने लिए पुलिस ने क्षेत्र की गलियां व चौराहे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए। केडी गेट पर ही कंट्रोल रूम बनाया गया। यहीं से पूरे क्षेत्र में निगरानी रखे जाने लगी और लोगों के बाहर निकलते ही अनाउंस किया जाना लगा। वहीं पूरे क्षेत्र को सेेनेटाइज के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार सैंपल लेते रही। नतीजा यह निकला कि क्षेत्र में लोगों की मूवमेंट रोक पाने में प्रशासन काफी हद तक सफल रहा। अभी तक एक परिवार के बाहर कोरोना संक्रमण नहीं हुआ है।
इतने जतन किए गए इस क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए
सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखी गई। स्वास्थ्य टीम ने क्षेत्र लगातार स्क्रीनिंग की। क्षेत्र में संदिग्धों के सैंपल लिए गए। लोगों का घरों से निकलना पूरी तरह से बंद करवाया गया। आवश्यक खाद्य सामग्री व अन्य वस्तु क्षेत्र में ही मुहैया करवाई गई। पूरे क्षेत्र में लगातार सफाई व सेनेटाइजिंग का कार्य किया गया। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को सील करते हुए यहां न तो किसी को बाहर जाने दिया और न ही अंदर प्रवेश दिया गया। स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासनिक अफसर निरंतर क्षेत्र का दौरा कर व्यवस्था जुटाते रहे।
कोरोना को मात देकर लौटे
जांसापुरा में भले ही पहली मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई लेकिन यही वह क्षेत्र हैं, जहां कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक होकर भी लौटे। मृत महिला के पति, बेटे व पोते-पोती ठीक होकर घर आए थे। वर्तमान में भी स्वास्थ्य विभाग इनकी निगरानी करे हुए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की टीम का किया था फूलों से स्वागत
जांसापुरा क्षेत्र में एक परिवार में कोरोना संक्रमित निकलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर जांच शुरू की थी। संक्रमित परिवार के आसपास रहने वाले सभी लोगों के सैंपल लिए गए थे। क्षेत्र में सेनेटाइज किया था। यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा लोगों की जान बचाने के किए गए कार्य पर क्षेत्रवासियों ने फूलों की बारिश कर डॉक्टर, नर्स व स्वास्थ्यकर्मियों को स्वागत किया गया था।
सफाईकर्मी यहीं के, इन्हें भी किया होम क्वारेंटाइन
जांसापुरा में सबसे ज्यादा सफाईकर्मी रहते हैं। क्षेत्र के कोराना संक्रमण के बाद इन कर्मचारियों को भी होम क्वारेंटाइन कर दिया। दरअसल क्षेत्र के सफाईकर्मियों के अन्य क्षेत्रों में जाने से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका थी। लिहाजा इनके क्षेत्र से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई। इस निर्णय से निगम के पास सफाईकर्मियों की कमी भी हुई लेकिन कम कर्मचारियों के बाद भी निगम ने व्यवस्था सुचारू रखी है।
लगातार निगरानी से टूटी चेन
जांसापुरा क्षेत्र में पहला प्रकरण आने के बाद से ही क्षेत्र पूरी तरह सील किया हुआ है। क्षेत्र में २५ सीसीटीवी कैमरे और एक ड्रोन से नजर रखी जा रही है। इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। 40 से 50 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। क्षेत्र में न लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है और न ही बाहर निकलने दे रहे हैं। आवश्यक सामग्री अंदर जा रही है। लगातार निगरानी की वजह से ही कोरोना की चेन तोडऩे में अब तक सफल हुए हैं।
– अमरेंद्रसिंह, प्रभारी व एएसपी कंटेनमेंट एरिया
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