नगर निगम शहर के उद्यानों में लगे खेल व व्यायाम उपकरणों के संधारण के साथ ही अब कुछ नई सुविधाएं उपलब्ध करवाने की भी योजना बना रहा है। इसके अंतर्गत प्रमुख उद्यानों में डिजिटल सेंटर शुरू किए जाएंगे। अभी इस्कॉन मंदिर के पीछे उज्जैन विकास प्राधिकरण के राजीव गांधी उपवन में यह सुविधा उपलब्ध हैं। यहां प्रदेश का पहला डिजिटल सेंटर हैं जहां रोज दर्जनों विद्यार्थी पढ़ाई करने पहुंचते है। इसी तर्ज पर शुरुआत में निगम के आधा दर्जन से अधिक उद्यानों में डिजिटल सेंटर या डिजिटल लाइब्रेरी सुविधा शुरू की जाएगी। यह सुविधा स्मार्ट सिटी के माध्यम से शुरू हो सकती है क्योंकि राजीव गांधी उपवन में भी सेंटर का संचालन उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ही कर रही है।
विद्यार्थी बोले, अच्छी सुविधा है विस्तार होना चाहिए
राजीव गांधी उपवन में डिजिटल सेंटर शुरू करने के बाद इसका काफी अच्छा रिस्पोंस मिला है। यहां स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा विद्यार्थियों के लिए 6 टेबलेट व 4 किंडल नोट बुक उपलब्ध करवाई गई है। सुबह 10 से शाम 5 बजे तक चलने वाले इस सेंटर में रोज 15-20 विद्यार्थी आते हैं। उन्हें यहां नि:शुल्क प्रवेश व वाइफाई के साथ ही ेबलेट आदि की सुविधा मिलती है। कुछ विद्यार्थी तो यहां लंबे समय से आ रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे दीपक ने बताया कि सेंटर पर पढ़ाई के लिए आदर्श व शांत माहौल मिलता है। इंटरनेट व टेबलेट की सुविधा होने से किसी भी विषय के बारे में स्टडी मटेरियल आसानी से उपलब्ध हो जाता है। एक अन्य विद्यार्थी ने कहा कि पढ़ाई के लिए यह सेंटर काफी मददगार है और अन्य पार्कों में भी एेसे सेंटर शुरू कर सुविधा का विस्तार करना चाहिए।
पार्कों लगेंगे फाउंटन व लाइटिंग
स्मार्ट सिटी कंपनी द्वार शहर के प्रमुख उद्यानों में आकर्षक लाइटिंग की भी योजना है। इसके अलावा कुछ उद्यानों की खूबसूरती को फव्वारों के जरिए और बढ़ाया जाएगा। जल्द ही उद्यानों को सूचिबद्ध कर योजना तैयार की जाएगी। प्रयास रहेगा कि चयनित उद्यानों में शहर का अधिक से अधिक क्षेत्र कवर हो जाए ताकि लोगों के लिए इक्का-दुक्का क्षेत्रों में ही जाने की मजबूरी न रहे।
सेंटर से एेसे बनेंगे स्टडी पार्क
– वाइफाई के साथ टेबलेट, किंडल नोट बुक जैसे आधुनिक उपकरण उपलब्ध होंगे।
– सभी टेबलेट में हैंड फ्री की सुविधा ताकि विद्यार्थी एक-दूसरे की पढ़ाई से डिस्टर्ब न हो।
– उपकरणों की सुरक्षा के लिए अलार्म सिस्टम।
– पढ़ाई के लिए उपयुक्त टेबल-कुर्सी की व्यवस्था।
– सेंटर में वातानुकुलित माहौल।
– सेंटर में शांत माहौल ताकि किसी को पढ़ाई में व्यवधान न हो।
– पढ़ाई करने आने वाले विद्यार्थियों को कोई शुल्क नहीं चुकाना होता है।