स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अंतर्गत 6.50 करोड़ रुपए की लागत से नजर अली मिल परिसर भूमि पर बन रहे पूल का काम शुरुआत से ही धीमा रहा है। बीच में कुछ तेजी आई थी, लेकिन अंत में काम फिर कमजोर पड़ गया। 7 मई को शहर दौरे पर आए प्रमुख सचिव संजय दुबे से ठेकेदार ने साइट पर ही दावा किया था कि 20 दिन में काम पूरा कर लेंगे। स्थिति देख पीएस ने जोर देकर कहा था, ध्यान रखना मैं महाकाल मंदिर आता रहता हूं। 20 दिन बाद यहां नहाने आऊंगा। इस अवधि को 50 दिन बीतने पर भी पूल का काफी काम अधूरा ही पड़ा है। बारिश के बीच सीजन में इसका काम पूरा होगा, एेसे में ये पूल आम लोगों के इस बार किसी काम नहीं आएगा। प्रोजेक्ट इई धर्मेंद्र वर्मा के अनुसार काम जारी है, जुलाई तक पूरा हो जाएगा।
डाइविंग पूल का काम जल्द होगा शुरू
निर्माणाधीन पूल के पास ही अंतरराष्ट्रीय मापदंड वाला डाइविंग पूल भी बनेगा। 17 करोड़ रुपए का ये प्रोजेक्ट बाद में स्वीकृत हुआ है। नजरअली मिल भूमि पर ही इस पूल के लिए जल्द काम शुरू किया जाएगा। स्मार्ट सिटी अधिकारियों के अनुसार स्थल चयन हो चुका और ले आउट भी दे दिया है। जल्द ही डाइविंग पूल का निर्माण शुरू करेंगे। सितंबर 2020 तक इसे तैयार करने का लक्ष्य है। ये पूल बनने से यहां बड़े स्तर की तैराकी स्पर्धा व उच्च स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए तैराक तैयार हो सकेंगे।
ओलंपिंक मापदंड अनुसार एरिया
मैन पूल – 25 बाय 20 मीटर, गहराई 4 से 5 मीटर
लेजर पूल – 25 बाय 20 मीटर, गहराई औसत 1.1 मीटर
वार्म अप पूल – 25 बाय 13 मीटर, गइराई 1.1 मीटर
नए पूल से ये होंगे फायदे
– डाइविंग व अन्य पूल बनने के बाद यहां राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की स्र्पधाएं भी हो सकेगी।
– कई प्रदेशों के तैराकी खिलाड़ी शिविर व अभ्यास के लिए यहां आएंगे।
– तैराकी के परिदृश्य में शहर का नाम चमकेगा।
– मप्र में फिलहाल इस स्तर की तैराक सुविधाएं दूसरे किसी शहर में नहीं है।