कई बार मांग
विक्रम विश्वविद्यालय शिक्षक संघ अध्यक्ष कनिया मेड़ा ने बताया अध्ययनशालाओं में कार्यरत रीडर और व्याख्याताओं की पदोन्नति को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन कई बार मांग के बाद पदोन्नति की प्रक्रिया नहीं हुई। शिक्षक संघ ने धरना, प्रदर्शन करने के साथ ही गैर शैक्षणिक दायित्व से इस्तीफे दिए थे। विवि ने समिति बनाकर पदोन्नति देने का आश्वासन दिया था। इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद रीडर और व्याख्याता अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं। शिक्षक संघ के बैनर तले मुख्य प्रशासनिक भवन परिसर स्थित सम्राट विक्रमादित्य के मूर्तिशिल्प के सामने शिक्षक द्वारा धरना भी दिया जा रहा था। विक्रम विश्वविद्यालय के रीडर और व्याख्याताओं की पदोन्नति के मामले में पूर्व कुलपति एसएस पांडे के निर्देश पर विवि ने डबल बैंच में अपील दायर कर दी थी। मामला न्यायालय में विचारधीन है और विवि प्रशासन ने प्रमोशन प्रक्रिया को आगे नहीं बढऩे के लिए इसका ही सहारा ले रखा है।