ऐसी समस्या आ रही किसानों के सामने
- किसानों को फसल बीमा की राशि नहीं मिल रही। बीमा की राशि मिली तो पूरी नहीं मिली।
- किसानों के फसल नुकसान की तुलना में नाममात्र बीमा मिला। किसानों को ५०० से १००० रुपए तक की राशि मिली।
- कांग्रेस सरकार की ऋण माफी योजना में कई किसानों संस्थाओं द्वारा योजना अवधि से बाहर कर दिया।
इनका कहना
किसानों को अनेक समस्याएं आ रही है। इससे समझिए कि गेहूं की खरीदी २८ मार्च से शुरू हुई और बैंक में लोन जमा करने की अंतिम तारिख भी मार्च थी। बगैर गेहूं बेचे किसान कैसे लोन जमा कर सकता। हमने अधिकारियों से कहा तो यह तारीख बढ़ाकर १५ अप्रैल कर दी। सहकारी संस्थाओं के चुनाव होने चाहिए। इससे किसान अपनी बात कह सकते हैं।
- दशरथ पंडया, जिलाध्यक्ष, भारतीय किसान संघ
जिले की १७२ सहकारी संस्थाओं में वर्ष २०१८ से चुनाव नहीं हुए है। संस्थाओं में २४ सहाकारी निरीक्षकों को प्रशासक बनाया गया है। शासन के नियमों के मुताबिक यह कार्य कर रहे हैं। अगर कहीं
किसानों से जुड़ी कोई समस्या है तो अवगत करा सकते हैं।
- ओपी गुप्ता, उपायुक्त, सहकारिता विभाग