उज्जैनPublished: Dec 30, 2018 12:49:08 am
Lalit Saxena
फ्रीगंज स्थित जैन नमकीन भंडार को लेकर रहवासियों की शिकायत के बाद शनिवार को विभिन्न विभागों का संयुक्त दल जांच करने पहुंचा।
फ्रीगंज स्थित जैन नमकीन भंडार को लेकर रहवासियों की शिकायत के बाद शनिवार को विभिन्न विभागों का संयुक्त दल जांच करने पहुंचा।
उज्जैन. फ्रीगंज स्थित जैन नमकीन भंडार को लेकर रहवासियों की शिकायत के बाद शनिवार को विभिन्न विभागों का संयुक्त दल जांच करने पहुंचा। कारखाना संचालन सहित, सुरक्षा मानकों के पालन की पड़ताल की गई। साथ ही खाद्य सामग्री के सैंपल लिए गए। जांच में जैन नमकीन भंडार के पास खाद्य सामग्री निर्माण के लिए कारखाना संचालन संबंधित अनुमति पाई गई है वहीं दल को प्रदूषण विभाग की एनओसी प्रस्तुत नहीं की गई। अब जांच दल की रिपोर्ट कलेक्टर को प्रस्तुत की जाएगी जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
जैन नमकीन भंडार में खाद्य सामग्री निर्माण का कारखाना संचालित करने को लेकर रहवासियों ने आपत्ति ली थी। रहवासियों ने इससे प्रदूषण होने व जनजीवन प्रभावित होने की शिकायत की थी। शिकायत के चलते शनिवार को खाद्य विभाग के सहायक आपूर्ति अधिकारी एसआर बर्डे, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी खान, भारत पेट्रोलियम के श्रीनिवास मूर्ति व खाद्य औषधि निरीक्षक बीएस देवलिया जैन नमकीन भंडार पर जांच करने पहुंचे। संचालक द्वारा बैंकिंग यूनिट की अनुमति बताई गई जिसमें एक साथ एक हजार किलोग्राम गैस टंकिया लगाकर उपयोग किया जा सकता है। दल द्वारा प्रदूषण विभाग की एनओसी चाही गई जो प्रस्तुत नहीं की गई। इसके अलावा सुरक्षा इंतजाम देखे गए, जो पर्याप्त स्थिति में मिले। खाद्य औषधि प्रशासन ने कुछ खाद्य सामग्री के सेंपल लिए हैं जिनकी जांच की जाएगी। जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक एमएल मालू के बताया जल्द ही जांच रिपोर्ट कलेक्टर को प्रस्तुत की जाएगी। साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व नगर निगम को भी इससे पत्र भेजा जाएगा। बता दें के कुछ वर्ष पूर्व तत्कालीन कलेक्टर कवीन्द्र कियावत के निर्देश पर भी जैन नमकीन भंडार की जांच हुई थी।
भवन की पिछली दीवार काली पड़ी
रहवासियों ने क्षेत्र में प्रदूषण फैलने की भी शिकायत की है। दल ने इस बिंदु पर भी जांच की। जैन नमकीन के पिछले हिस्से में दीवार धुएं के कारण काली पड़ गई हैं।
१३ दिन से गायब नाबालिग, नहीं मिला सुराग
चिमनगंज मण्डी थाना क्षेत्र निवासी १७ वर्षीय बालिका १३ दिन से लापता है। पुलिस ने मामले में प्रकरण दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। इधर, बालिका की माता ने छात्रा की सहपाठी व एक महिला पर संदेह जताया है। उनका कहना है कि इन लोगों के मोबाइल नंबर से ही छात्रा की सबसे ज्यादा और अंतिम बातचीत हुई है। इसके बावजूद पुलिस इन लोगों से पूछताछ नहीं कर रही है। वह एक जनवरी को मुख्यमंत्री को फरियाद सुनाएगी।