उज्जैनPublished: Oct 14, 2019 12:54:26 am
Mukesh Malavat
संचलन में करीब 250 सेविकाओं ने लिया भाग
संचलन में करीब 250 सेविकाओं ने लिया भाग
नागदा. राष्ट्रीय सेविका समिति के पथ संचलन में महिला सशक्तिकरण की झलक देखने को मिली। आरएसएस की राष्ट्र सेविका समिति की वर्षगांठ पर पहली बार शहर में निकले पथ संचलन में करीब 250 सेविकाओं ने भाग लिया। महिलाओं एवं बालिकाओं के इस तरह से कदम ताल करते जिसने भी देखा ठहर-सा गया। शाम करीब 4.30 बजे नरेन्द्र मोदी खेल परिसर से पथ संचलन प्रारंभ हुआ, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ पुन: खेल परिसर पहुंचकर इसका समापन हो गया। संचलन के पूर्व बौद्धिक का कार्यक्रम भी हुआ। मुख्य वक्ता के रूप में लोकमान्य तिलक विद्यालय उज्जैन की प्राचार्या रेखा भालेराव ने अपने संबोधन में मौजूद सेविकाओं को कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को साधना कर अपनी योग्यता को बढ़ाते हुए राष्ट् के प्रगति में अपना योगदान देना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि आज की नारी किसी से कम नहीं है। मौका आने पर महिलाएं राष्ट्र निर्माण के साथ-साथ राष्ट्र रक्षा के लिए भी अपना अदम्य साहस का परिचय दे सकती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरस्वती शिशु मंदिर महिदपुर की प्राचार्या अलका राजावत ने की, जबकि अन्य अतिथियों में समिति की जिला कार्यवाहिका पूनम बहल, भावना गिरी आदि मौजूद रही। संचालन किरण दुबे ने किया। संचलन पुराना बस स्टैंड, जवाहर मार्ग, पं. दीनदयाल उपाध्याय चौक, रेलवे स्टेशन चौराहा, महात्मा गांधी मार्ग, तिलक मार्ग, रामसहाय मार्ग होते हुए पुन: खेल परिसर पहुंचकर समापन हुआ।
इन्होंने किया स्वागत : पथ संचलन में शामिल महिलाओं एवं बालिकाओं का बस स्टैंड पर नगरपालिका अध्यक्ष अशोक मालवीय द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस मौके पर नपा उपाध्यक्ष सज्जन शेखावत, मंडल अध्यक्ष राजेश धाकड़, भाजपा जिलामंत्री धर्मेश जायसवाल, पार्षद हरीश अग्रवाल, विजय पटेल, विजय पोरवाल, राजू चौधरी, महेंद्र राठौड़, राकेश भाटी आदि मौजूद थे। इसी प्रकार संचलन का शहरभर में कई सामाजिक संगठन एवं व्यापारियों ने स्वागत किया।
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घर तक पहुंचने के लिए कच्ची सडक़ से निकलते हैं रहवासी
नागदा. अमलावदिया कॉलोनी में कुछ सालों पहले डेवलपमेंट हुई बस्ती के रहवासियों को इन दिनों भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उनके घरों तक पहुंचने के लिए रोड ही नहीं है। रोड निर्माण की मांग नगर पालिका से कर चुके है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब क्षेत्रवासियों ने समस्या से निजात के लिए विधायक से गुहार लगाई है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि रोड निर्माण की मंजूरी भी हो चुकी है लेकिन निर्माण कार्य में क्यों देरी हो रही इसका स्पष्ट जवाब ही नहीं मिलता। यदि ऐसा ही चलता रहा तो नगर पालिका चुनाव में जनप्रतिनिधियों को ही इसका खामियाजा भुगतना होगा।