हाल ए सरकार : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बिना चिकित्सक बुरे हैं हाल
उज्जैन•Oct 20, 2019 / 12:23 am•
Mukesh Malavat
हाल ए सरकार : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बिना चिकित्सक बुरे हैं हाल
सुसनेर. सरकार का कार्य करने का क्या हाल है इसका अंदाजा सुसनेर में चिकित्सकीय समस्या और इसके लिए स्थानीय प्रतिनिधि द्वारा किए जा रहे प्रयास से आसानी से लगाया जा सकता है। कमलनाथ सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक राणा विक्रम सिंह पिछले छह माह में मुख्यमंत्री के अलावा स्वास्थ्य मंत्री से पांच मुलाकात कर चुके हैं। हर मुलाकात में उन्होंने सुसनेर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दस साल से स्वीकृत नौ पदों के सापेक्ष महज दो की तैनाती होने की बात बताई। स्थानीय नागरिकों की समस्या का जिक्र करते हुए उन्होंने विशेषज्ञ चिकित्सक व अन्य चिकित्सकों की तैनाती किए जाने की मांग की और बदले में उन्हें शीघ्र तैनाती का भरोसा भी दिया गया, लेकिन अब तक किसी को तैनात नहीं किया गया। विधायक सुसनेर से भोपाल अपनी मांग रख रहे हैं और स्थानीय जनता स्वास्थ्य सेवाओं के लिए परेशान हो रही है पर समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है। एक बार फिर अभी विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की और उन्हें इस बार भी भरोसा दिया गया कि शीघ्र ही चिकित्सकों की तैनाती के साथ ही अन्य समस्याओं का निराकरण करा दिया जाएगा।
विधायक ने कब-कब की मुलाकात
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सुसनेर में 5 स्पेशलिस्ट, 3 मेडिकल ऑफिसर और 1 आयुष चिकित्सक सहित कुल 9 चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं, किन्तु वर्तमान में मात्र 2 डॉक्टर ही पदस्थ हैं। क्षेत्र के विधायक राणा विक्रम सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री से 12 फरवरी, 18 फरवरी, 12 जुलाई, 25 जुलाई, 20 सितंबर 2019 को मुलाकात कर स्वास्थ्य समस्याओं को सामने रखा था। साथ ही सुसनेर में जननी वाहन एवं सोयत के लिए एक अतिरिक्त 108 एम्बुलेन्स भी दिए जाने बात कही है। यही नहीं, सामुदायिक केंद्र को सिविल का दर्जा दिए जाने का भी भरोसा दिया गया है।
हो चुके कई आंदोलन
अस्पताल में डाक्टरों की तैनाती एवं अन्य समस्या को लेकर पूर्व में रहे विधायक संतोष जोशी, मुरलीधर पाटीदार द्वारा भी प्रयास किए गए किन्तु समस्या का हल नही हुआ। इनको लेकर आम जनता के साथ पत्रकारों ने भी आंदोलन किया। पूर्व में जनप्रतिनिधियों द्वारा डॉ. परमार जो कि वर्षों से सुसनेर में पदस्थ थे उनको आगर भेजे जाने के बाद पुन : सुसनेर लाने के प्रयास किए किन्तु यह कार्य नहीं हो सका। अब डॉ. परमार सप्ताह में 4 दिन सुसनेर में अपनी सेवाऐं दे रहे हैं।
यह है स्थिति- वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र सुसनेर में डॉ. कुलदीप सिंह राठौर, डॉ अखिलेश कुमार बागी डॉक्टर के रूप में पदस्थ हैं। इसके अलावा सप्ताह में चार दिन डॉक्टर डीएस परमार अपनी सेवाएं देते हैं। इसमें एक डॉक्टर के अवकाश पर चले जाने के बाद एक डॉक्टर के भरोसे 1 लाख से अधिक की जनसंख्या इलाज के लिए निर्भर हो जाती है। ऐसे में अस्पताल में आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पडता है। दूसरी और सोयत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र डॉक्टर विहिन है। यहां वर्तमान में कोई भी डाक्टर पदस्थ नही हैं। ऐसे में सोयत के मरीजों को इलाज के लिए झालावाड़ जाना पड़ रहा है।
विधायक बनने के बाद से मेरी प्राथमिकता यह रही है कि विधानसभा के हर क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में बढोतरी के साथ डाक्टरों की कमी पूरी हो। विधायक बनने के बाद से मेरे द्वारा मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री से लगातार मुलाकात कर समस्याएं सामने रखी हैं। स्वास्थ्य मंत्री मुलाकात के बाद उन्होने 10 डॉक्टर जिले में भेजने जिसमें से 2 सुसनेर और 2 सोयत में पदस्थ करने की बात कही है। स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़े, इसके लिए प्रयास निरन्तर जारी है। सुसनेर अस्पताल को सिविल का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव अन्तिम चरण में है।
राणा विक्रम सिंह, विधायक-सुसनेर