सम्मेलन में उपस्थित युवाओं ने दोषपूर्ण आरक्षण नीति और एट्रोसिटी एक्ट को लेकर राजनीतिक दलों की तुष्टिकरण नीति पर रोष व्यक्त किया और संकल्प लिया कि आगामी विधानसभा चुनाव के समय सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों से यह पूछा जाएगा कि उनके पास सपाक्स समाज (सामान्य, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग) के युवाओं के लिये क्या नीति है। संतोषजनक जवाब नहीं देने पर ऐसे राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों का बहिष्कार किया जाएगा।
युवाओं का स्पष्ट मत है कि जो भी दल 70 प्रतिशत सपाक्स वर्ग के युवाओं के हितों की रक्षा एवं हित की बात करेगा वही अब प्रदेश पर राज करेगा। सम्मेलन में लाखन सिंह सिकन्दरखेड़ा, कृष्णपालसिंह करणपुरा, रोहितसिंह इंगोरिया, रणजीत सिंह गुलाबखेड़ी, गोविंदसिंह रूपाहेड़ा, नारायण प्रसाद दुबे, बंसीलाल सोनी तथा उज्जैन से सपाक्स संस्था के जिला अध्यक्ष अरविन्दसिंह चन्देल, सम्भागीय समन्वयक अशोक दुबे, चन्द्रेश पुरोहित, जितेन्द्र ठक्कर एवं संजय सबलोक आदि उपस्थित थे ।
जीपीआरएस कोडिंग रिपोर्टिंग का विरोध
रविवार को इंदौर रोड स्थित निजी होटल में मध्यप्रदेश मेडिकल रिप्रजेंटटिव एसोसिएशन को ५०वां वार्षिंक अधिवेशन आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पदाधिकारियों ने जीपीआरएस कोडिंग रिपोर्टिंग का विरोध किया। कार्यक्रम के दौरान एसोसिएशन की नवीन कार्यकारिणी गठित की गई, जिसमें हेमंत येवलेकर को अध्यक्ष और उमंग वानखेड़े को सचिव चुना गया। इसके अलावा हर्ष सेंगर, रोहित कदम, जोंगेदर जायसवाल को ८ सदस्यीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया। कोषाध्यक्ष संदीप तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम में नेशनल फेडरेशन के सचिव आकाश सिंह सेंगर और प्रदेश एसोसिएशन के महासचिव निशिकांत पंड्या ने शिरकत की। कार्यक्रम के दौरान आकाश सिंह सेंगर ने बताया कि फार्मा कंपनियों द्वारा लागू किया गया जीपीआरएस कोडिंग रिपोर्टिंग सिस्टम एमआर के अधिकारों का हनन है। जिस के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। कंपनियों से इस प्रकार की रिपोर्टिंग बंद करने की मांग की जाएगी।