तीन सौ से अधिक स्थानों पर होगी स्थापना
शहर में प्रतिवर्ष 300 से अधिक स्थानों पर विभिन्न संस्थाओं, संगठनों की ओर से सार्वजनिक गणेशोत्सव का आयोजन कर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है। 13 सितंबर को गणेश चतुर्थी है। इसके लिए नगर में गतिविधियां प्रारंभ हो गई हैं। खासकर मूर्तिकार गणेश प्रतिमाओं को आकार देने में जुट गए हैं। कई स्थानों पर प्रतिमाएं तैयार हैं और विशाल आकार की प्रतिमाओं का रंगरोगन कर अंतिम रूप देना शेष है। प्रतिमाआें की बुकिंग भी होने लगी है।
मिट्टी के गणेश बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा
लोकमान्य तिलक गणेश उत्सव महाआयोजन ने समिति गत वर्ष घर-घर, स्थान-स्थान पर मिट्टी के गणेश स्थापित करने के अभियान की शुरुआत की थी। समिति ने इस वर्ष के लिए भी कार्यक्रम निर्धारित कर लिया है। समिति ने 301 संस्थाओं को मिट्टी के गणेश वितरित करने का लक्ष्य रखा है। समिति ने दशहरा मैदान मार्ग पर रेमंड शो रूम के सामने पंजीयन शुरू कर दिया है। पंजीयन कराने वाली संस्थाओं को निशुल्क प्रतिमाएं दी जाएंगी। गणेशोत्सव में मिट्टी की गणेश प्रतिमाएं स्थापित करने के लिए शहर की 122 संस्थाओं ने पंजीयन कराया है। इन संस्थाओं को गणेश चतुर्थी 23 सितंबर को प्रतिमाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। संस्थाओं को पंजीयन के साथ मिट्टी के गणेश बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
28 अगस्त को संकुल में आयोजन
लोकमान्य तिलक गणेश उत्सव महाआयोजन समिति द्वारा पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समरसता को लेकर संस्था द्वारा 28 अगस्त को अकादमी स्थित संकुल में समाजजनों को पर्यावरण संरक्षण के लिए मिट्टी की गणेश प्रतिमाएं स्थापित के लिए प्रेरित किया जाएगा।