मोक्ष देने वाली नदी को उद्धार का इंतजार
उज्जैनPublished: Dec 24, 2021 11:57:45 am
शिप्रा शुद्धिकरण के नाम पर करोड़ों खर्च करने के बाद भी नहीं हुआ उद्धार, खान डायवर्सन योजना भी क्षिप्रा को नहीं रख पाई साफ, नर्मदा क्षिप्रा लिंक योजना के बाद भी नदी प्रदूषित


खान डायवर्सन योजना भी क्षिप्रा को नहीं रख पाई साफ, नर्मदा क्षिप्रा लिंक योजना के बाद भी नदी प्रदूषित
अनिल मुकाती, उज्जैन
मोक्षदायिनी क्षिप्रा को प्रदूषण से मोक्ष का इंतजार है। यह इंतजार लंबा होता जा रहा है, लेकिन खत्म नहीं हो पा रहा। इसका कारण क्षिप्रा को स्वच्छ रखने के लिए उठाए गए कदमों का कामयाब नहीं होना। बीते सालों में क्षिप्रा को स्वच्छ व प्रवाहमान बनाने के लिए करोड़ों रुपए के बड़े-बड़े प्रोजेक्ट बनाए, लेकिन नतीजा उम्मीद के मुताबिक नहीं निकला। अब एक बार फिर से से क्षिप्रा को प्रदूषण से मुक्ति की कवायद शुरू हुई लेकिन देखना है कि यह कितनी सफल होगी। इन सब के बीच बड़ा सवाल है कि पिछले 20 सालों में जनता की गाढ़ी कमाई के अरबों रुपए क्षिप्रा को स्वच्छ रखने के लिए पानी की तरह बहाए गए हैं...उसका क्या होगा।