ग्राम पंचायत झारड़ा में निर्माण कार्य, सामग्री खरीदी सहित अन्य मामलों में सरपंच हरकुंवर बाई चौहान व सचिव जगदीश राठौर की पंचायत के ही पंचों ने भ्रष्टाचार करने की शिकायत की थी। पंचों ने धांधलियों के पुख्ता दस्तावेज भी सौंपे थे। इस पर संभागायुक्त एमबी ओझा ने जिला पंचायत सीइओ को जांच करने के निर्देश दिए थे। करीब दस महीने से चल रही प्रक्रिया के बाद आखिरकार सीइओ राजप्पा ने सरपंच-सचिव पर तय आरोपों के आधार पर सुनवाई की। इसमें पाया गया कि सरपंच-सचिव दोनों ने नियमों का पालन नहीं किया और बड़े पैमाने पर धांधली की गई। सीइओ राजप्पा ने आदेश सुनाते हुए कहा कि ग्राम पंचायत में सामग्री तथा माल का क्रय करने से पूर्व निविदाएं आमंत्रित नहीं की गई, पंचायत में कर्मचारियों की नियुक्ति से पूर्व विहित प्राधिकारी से अनुमोदन नहीं लिया गया तथा एलइडी लाइट क्रय किए जाने से पूर्व क्रय नियमों का पालन नहीं किया। वहीं महिदपुर जनपद सीइओ के प्रतिवेदन के अनुसार सरपंच-सचिव पर 13 लाख 25 हजार 393 रुपए वसूली योग्य है। यह राशि सरपंच हरकुंवर बाई चौहान व निलंबित जगदीश राठौर से समान रूप से वसूली आदेश पारित किया जाता है।
इन कार्यों में की जा रही वसूली
1. सार्वजनिक स्थलों का समतलीकरण एवं मुरमीकरण- 90 हजार
2. ग्रामीण स्थल का विकास एंव संधारण- 4.20 लाख
3. ग्रामीण स्थल का विकास एवं संधारण- 62 हजार
4. कर्मचारियों का मानदेय- 14 हजार 500
5. वाहन मरम्मत व्यय- 67 हजार 500
6. सार्वजनिक विद्युत व्यवस्था पर व्यय- 2.27 लाख
7. सीसी रोड निर्माण बायपास से कुमावत धर्मशाला- 1.62 लाख
8. सीसी रोड निर्माण मोहनबाई के घर से- 3 लाख 69 हजार
9.सीमेंट कांक्रीट रोड मेन रोड से बायपास- 56 हजार 505
10. दुकानों का निर्माण सांकरिया मार्ग पर- 1.86 लाख
11. दुकानों का निर्माण माताजी मंदिर के पास- 1.12 लाख
12. सीमेंट कांक्रीट रोड, इंदौख चौपाटी दुकानों के सामने- 6.23 लाख
13. सीमेंट कांक्रीट रोड गोपी के मकान से- 67 हजार 856
14. सीमेंट कांक्रीट रोड रविदास धर्मशाला- 57 हजार 487
(उक्त वसूली राशि 25.45 लाख रुपए निकाली गई। बाद में उक्त राशि में कुछ अतिरिक्त राशि जुड़ जाने के कारण इसे कम कर 13.25 लाख रुपए की गई।)