दरअसल शहर के मुख्य बाजारों में निर्मित कॉम्पलेक्स में पार्किंग नहीं होने से शहर में जाम की स्थिति निर्मित होती है। जिससे शहर की यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है। इतना ही नहीं जाम दुर्घटना व सड़क पर होने वाले विवादों को न्यौता देते है। परेशानी को देखते हुए बस स्टैंड व जवाहर मार्ग पर निर्मित कॉम्पलेक्स में पार्किंग के लिए १० फीट स्थान क्यों नहीं छोड़ा गया, इसके रिकॉड नगर पालिका कर्मचारियों द्वारा ढूंढे जा रहे हैं। रिकार्ड मिलते है मुख्य बाजारों में निर्मित कॉॅम्पलेक्स निर्माताओं को पहले नोटिस व बाद में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
रिकॉर्ड पर निर्भर कार्रवाई
कॉम्पलेक्स निर्माताओं ने किन-किन नियमों को ताक पर रख कॉम्पलेक्स का निर्माण किया संबंधित रिकॉर्ड नगर पालिका द्वारा खंगाले जा रहे है। यदि रिकॉर्ड में दर्ज नियमों व मानकों पर कॉम्पलेक्स खरे नहीं उतरते तो पूर्व में संबंधितों को नोटिस दिए जाएंगे। बावजूद यदि नियमों पर अमल नहीं किया गया, तो नियमानुसार नगर पालिका द्वारा कार्रवाई की जाएगी। मामले को नगर पालिका अध्यक्ष मालवीय ने नगर पालिका कर्मचारियों को दिशा निर्देश दिए हैं।
क्या है मामला
शहर के जवाहर मार्ग व बस स्टैंड क्षेत्र में दर्जनों की संख्या में कॉम्पलेक्स का निर्माण हो रहा है। निर्माणकर्ताओं द्वारा निर्माण तो बेधड़क किया जा रहा है, लेकिन वाहनों के पार्किंग के लिए पर्याप्त स्थान नहीं छोड़ा जा रहा है। उक्त स्थान नहीं छोड़े जाने से कॉॅम्पलेक्स के आगे वाहनों की पार्किंग नहीं हो पा रही है। परेशानी यह भी है, कि बस स्टैंड क्षेत्र में निर्मित कॉम्पलेक्स में एक दर्जन बैंकों का संचालन हो रहा हैं। चूंकि बैंकों का संचालन उपभोक्ताओं की सुगमता के लिए मुख्य बाजारों में किया जा रहा है लेकिन बैंकों के बाहर पार्किंग नहीं होने से शहर की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
जांच की जाएगी
&नपा कर्मचारियों को निर्माण के दौरान ली गई अनुमति व रिकार्डों को खंगालने के निर्देश दिए है। रिकॉर्ड के अंतर्गत जांच की जाएगी, कि मुख्य बाजारों में निर्मित कॉम्पलेक्स में पार्किंग क्यों नहीं छोड़ी गई है। दरअसल शहर के मुख्य बाजारों में निर्मित कॉम्पलेक्स में पार्किंग नहीं होने से शहर में जाम की स्थिति निर्मित होती है। जिससे शहर की यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है।
अशोक मालवीय, अध्यक्ष, नगर पालिका