शहीदों की शहादत को याद कर जवानों ने झुका दी बंदूकें
उज्जैनPublished: Oct 21, 2019 11:25:57 pm
पुष्पचक्र अर्पितकर किया नमन, पुलिस लाइन में प्रभारी मंत्री वर्मा व पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में निकाली गई परेड
पुष्पचक्र अर्पितकर किया नमन, पुलिस लाइन में प्रभारी मंत्री वर्मा व पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में निकाली गई परेड
उज्जैन. आम नागरिकों की रक्षा करने वाले पुलिसकर्मियों को शहीद दिवस पर याद किया गया। पुलिस लाइन स्थित परेड ग्राउंड पर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें पुष्प चक्र अर्पित किए गए, वहीं परेड का भी आयोजन किया गया।
प्रतिवर्ष की तरह २१ अक्टूबर को पुलिस शहीद स्मृति दिवस पुलिस लाइन में मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा थे। इस दौरान निकाली गई परेड की सलामी डीआइजी अनिल शर्मा व एसपी सचिन अतुलकर ने दी। वहीं आइजी राकेश गुप्ता ने बताया कि पिछले एक वर्ष में 292 पुलिस जवानों ने आंतरिक सुरक्षा बनाने के लिए कर्तव्य की बेदी पर अपने प्राणों की आहूति दी है, जिसमें दो जवान मध्यप्रदेश पुलिस से हंै। कार्यक्रम में १९९७ में शहीद हुए पुलिसकर्मी सूरजमल की पत्नी मुन्नीबाई तथा २००२ में शहीद हुए लालसिंह की पत्नी कृष्णा बाई का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम में विधायक महेश परमार, दिलीप गुर्जर, संभाग आयुक्त अजीत कुमार, निगमायुक्त प्रतिभा पाल, कलेक्टर शशांक मिश्रा, डीजे श्यामकांत प्रभाकर कुलकर्णी, सीजेएम प्रेमपाल ठाकुर, डीएफओ पीएन मिश्रा एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
२१ अक्टूबर को इसलिए मनाते हैं शहीद दिवस
60 वर्ष पूर्व 1959 में सीआरपीएफ. के जवानों की एक टुकड़ी चीन की सीमा पर लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र ‘हॉटस्प्रिंगÓ नामक स्थान पर तैनात थी। 21 अक्टूबर को गश्त के दौरान चीनी सेना ने घात लगाकर इस टुकड़ी पर हमला कर दिया। सीआरपीएफ. जवानों ने 16,000 फीट की ऊंचाई पर संसाधनों की कमी होने के बावजूद चीनी सेना का सामना किया और पोस्ट नहीं छोड़ी। इस हमले में 10 जवान वीरगति को प्राप्त हुए। उन्हीं की स्मृति में प्रत्येक वर्ष २१ अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।