परिणाम में काफी विद्यार्थियों की एटीकेटी आई
परिणाम में काफी विद्यार्थियों की एटीकेटी आई है। इसके पीछे कारण विद्यार्थियों को परीक्षा में अनुपस्थित दर्शाना है, जबकि विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है। एेसे विद्यार्थियों को रिजल्ट सुधार के लिए विवि के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी नीमच और मंदसौर सहित अन्य जिलों के विद्यार्थियों को हो रही है।
विवि परिक्षेत्र में उज्जैन सहित सात जिले आते हैं
विक्रम विवि परिक्षेत्र में उज्जैन सहित सात जिले आते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा उपस्थिति में गड़बड़ी मंदसौर जिले के परीक्षा केंद्रों में हुई है। मंदसौर सरकारी कॉलेज में बुधवार को छात्रों ने एकजुट होकर प्रदर्शन कर दिया। इसके बाद प्राचार्य ने विभाग के अधिकारियों से उज्जैन सम्पर्क किया। हालांकि गलती विवि की है। यही बात समझाकर छात्रों को रिजल्ट सुधारवाने की सलाह दे डाली।
विवि में ही होता है सुधार, प्रक्रिया छोटी और सामान्य नजर आती है
परीक्षा देने के बावजूद अनुपस्थित हुए छात्रों को परीक्षा केंद्र के समन्वयक से परीक्षा में शामिल होने का प्रमाण पत्र (आवेदन अग्रेषित करवा कर) लेकर विवि पहुंचाना होता है। इसके बाद विवि प्रशासन आवेदन के आधार पर उत्तरपुस्तिका का रिकॉर्ड तलाशती है।
छात्रों को इसके लिए पूरा एक दिन विवि में बिताना पड़ता है
फिर कॉपी के आधार पर नंबर सुधार की प्रक्रिया होती है। यह प्रक्रिया काफी छोटी और सामान्य नजर आती है, लेकिन छात्रों को इसके लिए पूरा एक दिन विवि में बिताना पड़ता है। इसके बावजूद तीन से चार दिन में सुधार होता है। कई बाद छात्रों को दूसरी बार भी विवि आना पड़ जाता है।