परकोटे विराजित रक्षिका देवी
एक अन्य जानकारी के अनुसार नगरकोट के परकोटे की रक्षिका देवी हैं नगर कोट की माता। मंदिर परमारकालीन माना जाता है, वहीं स्कंद पुराण के अवंतिखंड में वर्णित नौ मातिृकाओं में से सातवीं देवी नगर कोट की माता हैं। इस मंदिर में हर दिन या विशेष अवसरों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, नवरात्र में यहां सुबह से लेकर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। सुबह और शाम के समय भव्य आरती होती है तो नगाड़ों, घंटियों की गूंज से वातावरण आच्छादित हो उठता है। भक्तों की मनोकामना पूरी होती है तथा माता के दर्शन से श्रद्धालु अभिभूत हो जाते हैं।
यहां बना है प्राचीन कुंड
मंदिर परिसर में प्राचीन कुंड भी है, जो काफी गहरा है। पुजारी ने बताया कि इस कुंड के जल से ही देवी का अभिषेक पूजन किया जाता है। साथ ही परिसर में अन्य देवताओं के मंदिर भी मौजूद हैं।
बिजासन माता मंदिर में क्षत्राणियों ने खेला गरबा
श्री राजपूत करणी सेना मूल इंदौर जिला उपाध्यक्ष मातृशक्ति स्वाति सोलंकी बाईसा द्वारा चामुंडा चौराहा स्थित बिजासन माता मंदिर में गरबे का आयोजन किया गया। जिसमें क्षत्राणियों ने पारंपरिक वेशभूषा में गरबा खेला कायज़्क्रम में सवज़्प्रथम माता का पूजन अचज़्न कर मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष श्री राजपूत करणी सेना मातृशक्ति उमिज़्ला प्रह्लाद सिंह तोमर का सम्मान कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्रदेश सचिव हेमा कुशवाह, उज्जैन जिला प्रभारी नीलू चौहान के साथ ही बड़ी संख्या में मातृशक्ति उपस्थित